तीसरे दिन की कथा में राम सीता विवाह की सजाई सचेतन झांकी

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हनुमानगढ़। माता पिता की सेवा से बड़ी कोई सेवा नही है जिसने माता पिता की सेवा कर ली उसने धरती पर स्वर्ग लोक को पा लिया उक्त वक्तव्य जंक्शन के वार्ड 10 स्थित अम्बेडकर पार्क में चल रही सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद भागवत कथा का वाचन करते हुए कथावाचक पंडित श्याम सुंदर शास्त्री ने शुक्रवार कथा तीसरे दिन श्रद्धालुओ से कहे।उन्होंने कहा कि भगवान राम से हमे माता पिता की सेवा,,पत्नी का सम्मान ओर भाइयो से प्रेम की प्रेरणा मिलती है।भगवान राम ने माता पिता की आज्ञा को शिरोधार्य करते हुए बिना किसी कारण के बिना कोई सवाल पूछे सहर्ष 14 वर्ष का वनवास ग्रहण कर लिया इन्ही आदर्शो की बदौलत राम भगवान राम कहलाये।पंडित श्याम सुंदर शास्त्री ने भक्त प्रह्लाद,समुन्द्र मंथन,राम जन्म का विस्तार से वर्णन किया।कथा स्थल पर राम सीता विवाह की सचेतन झांकिया सजाई गई।कथा के अंत मे राम दरबार की महाआरती की गई और श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया।रामगोपाल वर्मा ने एकादशी के उपलक्ष्य में रामदरबार को भोग लगाकर श्रद्धालुओ में केले वितरित किये।
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