हनुमानगढ़। नरमा और कपास में गुलाबी सुंडी के प्रकोप के चलते अनेकों बार प्रशासन के समक्ष विरोध प्रदर्शन, धरने लगाने के बाद भी किसी तरह की कार्यवाही नही होने के विरोध में किसानों ने शुक्रवार को कोहला टोल नाका पर एक घंटे तक चक्काजाम लगाकर विरोध दर्ज करवाया। आन्दोलन के दौरान एम्बुलेंस व आपतकालीन सेवाओं के लिये मार्ग खोला गया। जाम के दौरान खास बात यह रही कि राजस्थान में सत्ताधारी पार्टी के पूर्व सांसद भरतराम अपने पुत्र को इलाज के लिए लेकर जा रहे थे जो जाम में फसे,किसानों ने मरीज को देखते हुए पूर्व सांसद के समक्ष विरोध दर्ज कर उन्हे केवल चिकित्सा व्यवस्था देखते हुए जाने के लिए रास्ता दिया।
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रेशम सिंह माणुका ने बताया कि जिले में नरमे की फसल में गुलाबी सुंडी के प्रकोप के कारण किसानों की 80 प्रतिशत फसल नष्ट हो चुकी है और सरकार अपनी राजनीतिक रोटियां सैकने के अलावा किसानों को किसी भी तरह की राहत नहीं दे रहे। किसानों ने विशेष राहत पैकेज जारी करने की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर अनेकों बार धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपे, हर बार प्रशासन द्वारा किसानों को झूठे वायदे कर बेवकूफ बनाने का काम किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि किसान बिल्कुल बर्बाद हो चुका है और अगर सरकारों ने किसानों की आवाज को नहीं सुना तो आंदोलन उग्र किया जायेगा। किसान नेता रघुवीर वर्मा ने कहा कि पिछले 2 माह से किसान आन्दोलनरत है, उसके बावजूद भी राज्य सरकार के कान पर जू नही रेग रही है। पूरे इलाके की फसल बर्बाद हो गई है, यदि आज सरकार ने कोई राहत पैकेज मुआवजे की घोषणा नहीं कि तो किसान आन्दोलन उग्र करने को मजबूर होगा। आगामी रणनीति के लिए शनिवार को सुबह 11 बजे जिला कलैक्ट्रैट कार्यालय के समक्ष संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक आयोजित की जायेगा। किसान नेता राय साहब मल्लड़खेड़ा ने कहा कि किसान पूरे देश का पेट भरता है परन्तु यह नक्कमी सरकारे किसानों को केवल वोट बैक समझकर बैठी है।
उन्होने कहा कि किसान जाग चुका है और अब सरकार का वोट बैक बनने का काम नही करेगा। किसान पिछले 2 माह से प्रशासन के चक्कर काट काटकर हर तरीके से अपनी समस्या प्रशासन को बता चुका है, परन्तु भ्रष्ट प्रशासन किसानों की आवाज को दबाने में लगा है। विशेष राहत पैकेज घोषित करने के नाम पर मुख्यमंत्री ने किसानों के साथ धोखा किया जिसके कारण किसानों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होने कहा कि अगर किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा नहीं मिला तो किसान एकजुट होकर आगामी विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने का काम भी करेगा और आन्दोलन को एक अगल चरण पर लेकर जायेगा। इस मौके पर रेशम सिंह माणूका , संदीप कंग सुरेंदर शर्मा ,रघुवीर वर्मा बलविंदर सिंह बरार कुलदीप मान गुरपयार सिंह काका सिंह रायसाहब चाहर भीमसेन बाना मेवा सिंह भुल्लर लखवीर सिंह गुरूसर वजीर मान हरजिंदर सिंह रामकुमार हरभजन सिंह सोनू मुंडा लालचंद देवर्थ, सोहन लाल खालिया मौजूद थे।
ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।