मुम्बई: भारतीय कारोबारी हिंदुजा भाइयों में एक लेटर की वजह से संपत्ति विवाद विवाद शुरू हो गया है। इस लेटर के मजमून पर 84 वर्षीय श्रीचंद हिंदुजा और उनकी बेटी वीनू ने आपत्ति करते हुए कोर्ट से इसे निरस्त करने की मांग की है। यह विवाद मंगलवार को लंदन के एक जज के फैसले से सामने आया है।
फैसले में कहा गया कि तीन अन्य भाइयों गोपीचंद, प्रकाश और अशोक ने हिंदुजा बैंक का नियंत्रण लेने के लिए पत्र का इस्तेमाल करने की कोशिश की। यह असेट सिर्फ श्रीचंद के नाम से थी। जज ने कहा, श्रीचंद और वीनू चाहते हैं कि अदालत यह तय करे कि पत्र का कोई कानूनी असर नहीं होना चाहिए और इसे विल के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि श्रीचंद ने 2016 में इस बात पर जोर दिया था कि पत्र उनकी इच्छाओं को जाहिर नहीं करता है और परिवार की संपत्ति को इससे अलग किया जाना चाहिए।
क्या है लेटर में
2 जुलाई, 2014 के इस लेटर में कहा गया है कि किसी भी एक भाई के पास मौजूद संपत्ति सभी भाइयों की मानी जाएगी और कोई भी किसी दूसरे भाई को अपना वसीयत प्रबंध नियुक्त कर सकता है। मंगलवार को रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस में सुनवाई के दौरान विवाद सामने आ गया।
क्या है मामला
नवंबर 2019 में श्रीचंद हिंदुजा ने लंदन के बिजनेस और प्रॉपर्टी कोर्ट की शरण में जाकर इस लेटर को निष्प्रभावी घोषित करने की मांग की लेकिन इसका तीन अन्य भाइयों गोपीचंद, प्रकाश और अशोक हिंदुजा ने विरोध किया। इन भाइयों ने यह आपत्ति की कि वीनू हिंदुजा अपने पिता की तरफ से कार्यवाही में कैसे शामिल हो सकती हैं?
वीनू को श्रीचंद हिंदुजा ने अपना मुकदमा मित्र नियुक्त किया था लेकिन मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस फाल्क ने इसकी पुष्टि की कि वीनू को श्रीचंद का लिटिगेशन फ्रेंड नियुक्त किया गया है और उम्र संबंधी दिक्कतों की वजह से श्रीचंद कार्यवाही में शामिल नहीं हो सकते। लेकिन तीनों भाइयों का तर्क था कि वीनू का अपना अलग वित्तीय हित है और श्रीचंद की तरफ से इस मामले के लिए अलग वकील नियुक्त होना चाहिए। तीनों भाइयों का यह भी कहना है कि इस मुकदमे से उनके कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
कौन हैं हिंदुजा बंधु
लंदन में रहने वाले प्रवासी भारतीय हिंदुजा बंधुओं में कुल चार भाई श्रीचंद, गोपीचंद, प्रकाश और अशोक हिंदुजा आते है।इनका ब्रिटेन, भारत सहित दुनिया के कई देशों में कारोबार फैला हुआ है। प्रमुख ट्रक कंपनी अशोक लीलैंड हिंदुजा समूह का ही है। हिंदुजा परिवार दुनिया के टॉप अमीरों की फोर्ब्स की सूची में शामिल रहता है। यह समूह 40 देशों में फाइनेंस, हेल्थकेयर और मीडिया जैसे कई तरह के कारोबार में है। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक हिंदुजा परिवार की संपत्ति 11.2 अरब डॉलर की है।