बैंकिंग नियमों में बड़े बदलाव, 1 मार्च से 5वें ट्रांजेक्शन पर देना होगा 150 रुपए टैक्स

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नई दिल्ली: कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए एक मार्च से बैंकिंग नियमों में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। निजी बैंकों ने लेन-देन पर चार्ज वसूलने की तैयारी कर ली है। एक मार्च से चार ट्रांजेक्शन के बाद 150 रुपये तक का शुल्क और सर्विस चार्ज वसूला जाएगा।

बता दें, अगर कोई अपने बैंक के एटीएम से महीने में 5 बार से ज्यादा ट्रांजैक्शन करता है तो उसे 20 रुपये चार्ज के रूप में देने पड़ते थे। इसके तहत दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु में दूसरे बैंक के एटीएम यूज करने पर 3 ट्रांजैक्शन फ्री थे जबकि दूसरे शहरों में 5 ट्रांजैक्शन फ्री थे।

एक जनवरी से ये नियम फिर से लागू हो गए हैं। नोटबंदी से पहले एसबीआई, पीएनबी और आईसीआईसीआई बैंक 5 ट्रांजैक्शन के बाद प्रति ट्रांजैक्शन पर 15 रुपये चार्ज करते थे। इनके अलावा ज्यादातर दूसरे बैंक हर एटीएम ट्रांजैक्शन पर 20 रुपये वसूल रहे थे। अब ये चार्ज फिर से शुरू हो गए हैं।

एचडीएफसी, आईसीसीआई और एक्सिस बैंक ने नए नियम को लागू करने का फैसला किया है। जो कि इस तरह….

HDFC बैंक ने बदले नियम 

1- अगर आप एचडीएफसी बैंक के ग्राहक है तो बता दें कि एक मार्च से 4 बार जमा-निकासी पर किसी तरह कोई चार्ज नही लगेगा। इसके बाद हर जमा-निकासी पर 150 रुपये सर्विस चार्ज देना होगा।

2- एक महीने में आप एचडीएफसी की होम ब्रांच 2 लाख तक निकाल सकते हैं। इसके उपर आप कैश की निकासी करते हैं तो आपको हर हजार रुपए पर 5 रुपए या न्यूनतम चार्ज 150 देने होंगे।

3- इसके अलावा दूसरी बैंक की ब्रांच से रोज 25000 रूपये तक ट्रांजेक्शन मुफ्त कर सकेंगे। राहत की बात यह है कि सीनियर सिटीजन व बच्चों के खातों पर किसी तरह का चार्ज नहीं लगाया गया है।

Aixs Bank:

एक्सिस बैंक के ग्राहक होम ब्रांच से एक महीने में एक लाख रुपए तक जमा और निकासी कर सकते हैं। इसके अलावा पांचवें लेनदेन पर 150 रुपए सर्विस चार्ज देने होगा। इसके बाद हर लेनदेन पर हर हजार रुपए पर 5 रुपए या न्यूनतम चार्ज 150 देने होंगे।

ICICI Bank
होम ब्रांच में चार से ज्यादा कैश ट्रांजैक्शंज (जमा और निकासियों) पर कम-से-कम 150 रुपये चार्ज किया जाएगा। इसके अलावा महीने लिमिट एक लाख रुपए तक रखी जा सकती है।

इन बैंकों ने घटाईं बेस इंट्रेस्ट रेट्स

बेस ब्याज दरें वो होती हैं जिनके आधार पर बैंक होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन पर ब्याज दरें तय करते हैं। इनमें कमी का मतलब है कि ब्याज दरों के कम होने से आपकी ईएमआई कम हो सकती है।

आईसीआईसीआई बैंक: ब्याज दरों में 0.7% की कटौती की है।

केनरा बैंक: एक साल के कर्ज पर ब्याज दरों में 0.70% कटौती की है।

बंधन बैंक: ब्याज दरों में 1.48% की कटौती की है।

कोटक महिंद्रा: ब्याज दरों में 0.45% की कटौती की है।

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