मुस्लिम महिलाओं ने बजरंग बली की मूर्ती के सामने किया कुछ ऐसा जिसे देखकर भी यकीन नहीं कर पाएंगे आप

पिछले कुछ महीनों से देश में तीन तलाक के मुद्दे पर बहस छिड़ी हुई है।

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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट मुसलमानों में तीन तलाक, निकाह हलाला और बहुपत्नी प्रथा की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आज से सुनवाई शुरू करेगा। लेकिन उससे पहले बनारस से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। कुछ मुस्लिम महिलाओं ने हनुमान मंदिर में पहुंचकर हनुमान चालीसा का पाठ किया है। इसके साथ ही इन महिलाओं ने तीन तलाक से मुक्ति की गुहार लगाई है।

करीब बीस मुस्लिम महिलाएं बुधवार शाम में हनुमान मंदिर पहुंचीं और वहां के पुजारी से पूजा करने की इच्छा प्रकट की। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक बुर्का पहनी इन औरतों ने मंदिर में हनुमान चालीसा का पूरा पाठ किया। जहां ये बैठकर चालीसा पढ़ रही थीं, वहीं तीन तलाक से मुक्ति मिले का एक पोस्टर भी चिपकाया गया था।

मुस्लिम महिलाओं ने 108 बार किया हनुमान चालिसा का पाठ

सामने आई फोटो में आप खुद देख सकते हैं कि कैसे बर्का पहने हनुमान जी की प्रतिमा के सामने मुस्लिम महिलाएं हनुमान चालिसा का पाठ कर रही हैं। सुप्रीम कोर्ट में आज तीन तलाक को लेकर बड़ा फैसला आना है। इसी सुनवाई में जीत हासिल करने के लिए हनुमान जी के मंदिर में 108 हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।

Muslim-womens-620x400ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर समेत कई मुस्लिम महिलाओं का संगठन भी तीन तलाक का विरोध कर रहा है। दो दिन पहले टीवी चैनल आज तक के एक कार्यक्रम में शाइस्ता अंबर ने कहा था मुस्लिम महिलाएं सिर्फ एक रात की अय्यासी का सामान नहीं हैं कि रात में इस्तेमाल किया और सुबह तलाक बोल दिया। यूपी चुनाव में तीन तलाक का मुद्दा बहुत उछला था। कई महिलाएं योगी आदित्यनाथ के दरबार में पहुंचकर तीन तलाक से संबंधित मामलों में इंसाफ की गुहार लगा रही हैं।

गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से देश में तीन तलाक के मुद्दे पर बहस छिड़ी हुई है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इसे जायज बता रहा है तो ऑल इंडिया शिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इसे गैर कानूनी बता रहा है। इसी के मद्देनजर पिछले दिनों लखनऊ के नदवा कॉलेज में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की दो दिवसीय मैराथन बैठक हुई थी। हालांकि, इस बैठक में तीन तलाक और राम मंदिर मामले पर कोई ठोस निर्णय नहीं निकल पाया लेकिन तीन तलाक देने वालों का सामाजिक बहिष्कार करने तथा अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय मानने का निर्णय लिया गया।

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने ट्रिपल तलाक के मामले को सुनवाई के लिए संवैधानिक पीठ को सौंप दिया है। संविधान पीठ 11 मई से इस मामले की सुनवाई करेगी। अदालत ने कहा है कि वो गर्मी की छुट्टियों में भी इस मामले पर सुनवाई कर सकती है। यानी जल्द ही तीम तलाक के मुद्दे पर कोर्ट कोई फैसला सुना सकता है।

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