गौरी लंकेश मर्डर केस में पुलिस ने 3 संदिग्धों के स्केच जारी किए

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नई दिल्ली: वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को एक महीने से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन पुलिस को इस मामले में कोई सबूत हाथ नहीं लगा। खबर है कि इस पूरे केस में पुलिस ने तीन स्केच जारी किए हैं और लोगों से अपील की है कि वह इस जांच में पुलिस की मदद करें।

SIT के प्रमुख बीके सिंह ने कहा कि हमारे पास मामले का वीडियो भी है, जिसको भी जारी कर रहे हैं। मामले में हमने अभी तक 200 से 250 लोगों से पूछताछ की है। उन्होंने कहा कि दो संदिग्धों के स्केच में काफी समानता है। इनको दो अलग-अलग कलाकारों ने प्रत्यक्षदर्शियों की जानकारी के आधार पर बनाया है। उन्होंने कहा कि पहनावे के आधार पर यह स्पष्ट नहीं किया जा सकता है कि संदिग्ध किस धर्म के हैं। गुमराह करने के लिए भी तिलक या कुंडल पहने जा सकते हैं।

बीके सिंह ने कहा कि मामले में सनातन संस्था का नाम मीडिया में घसीटा जा रहा है। हमारी ओर से अभी तक किसी संगठन का नाम नहीं लिया गया है। दरअसल, पिछले महीने के पहले सप्ताह में गौरी लंकेश की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमलावरों ने राज राजेश्वरी इलाके में स्थित घर में लंकेश की हत्या की थी। पुलिस को गौरी लंकेश का शव खून से सना हुआ मिला। साथ ही घटनास्थल से कारतूस के चार खोके मिले। हालांकि मामले में अभी तक अपराधी का पता नहीं चल पाया है।

गौरी लंकेश साप्ताहिक मैग्जीन ‘लंकेश पत्रिके’ की संपादक थीं। लंकेश के दक्षिणपंथी संगठनों से वैचारिक मतभेद थे. पुलिस के मुताबिक हमलावर पूरी बांह की शर्ट और पैंट पहने हुए थे। अब तक पुलिस 600 से ज्यादा डिजिटल वीडियो रिकॉर्डिंग का विश्लेषण कर चुकी है। इसके साथ ही 200 से 250 लोगों से भी पूछताछ की गई थी।

पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई थी कि वारदात को अंजाम देने से पहले हमलावरों ने गौरी के घर की रेकी थी। बाइक से गौरी के घर के तीन चक्कर लगाए थे। मुख्य आरोपी की उम्र करीब 35 साल बताई जा रही है। हालांकि पुलिस ने इस बात की पुष्टि करने से इनकार कर दिया कि गौरी लंकेश की हत्या में उसी तरह के हथियार का इस्तेमाल किया गया, जिस तरह का एमएम कलबुर्गी की हत्या करने के लिए किया गया था।

आपको बता दें गौरी लंकेश हत्याकांड को लेकर जमकर राजनीतिक घमासान तो हुआ था। इसका विरोध सोशल मीडिया पर काफी देखने को मिला।

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