हनुमानगढ़। राजस्थान पेंशनर समाज हनुमानगढ़ जंक्शन द्वारा जंक्शन कलेक्ट्रेट परिसर स्थित पेंशनर हाल में निशुल्क हृदय रोग जांच एवं जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। उक्त शिविर में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जय किशन सुथार बीकानेर ने अपनी सेवाएं दी। जागरूकता कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉक्टर जयकिशन सुथार ने कहा कि चिंता और गुस्सा हृदय घात होने का कारण हैं। इससे बचने के लिए व्यक्ति को इन आदतों को छोड़ना होगा। धूम्रपान, तनाव, शुगर और मोटापा से हृदय रोग होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में इस जानलेवा बीमारी से बचने के लिए व्यक्ति को इन आदतों को छोड़ना होगा। उन्होंने पेंशनर्स को हार्ट अटैक आने पर प्राथमिक उपचार के बारे में बताते हुए कहा कि दिल का दौरा पड़ने के बाद पहले घंटे के भीतर चिकित्सा उपचार प्रदान करना महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।
कई मामलों में, दिल का दौरा पड़ने पर प्राथमिक उपचार की कमी कारण मृत्यु हो जाती है। दिल के दौरे के लिए प्राथमिक उपचार में व्यक्ति को शांति से बैठाएं और तंग कपड़ों को ढीला कर दें आपातकालीन सहायता के लिए कॉल करें और व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल ले जाएं।तत्काल चिकित्सा सहायता लेने के अलावा किसी व्यक्ति को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। सांस लेने में तकलीफ होने पर व्यक्ति को बार-बार खांसने दें। व्यक्ति की श्वास और नाड़ी की निगरानी करें यदि व्यक्ति बेहोश है या प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है तो सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) करें। हृदय के ऊपर हाथ रखकर 30 बार जोर से पम्पिंग करे जिससे कि हृदय को पुनः गति मिल सके।
साथ ही आस पास भीड़ न करे। जागरूकता कार्यशाला में हृदय रोग संबंधित पेंशनर के प्रश्नों का हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जय किशन सुथार ने उत्तर देते हुए उन्हें दिल के दौरे की वस्तु स्थिति से अवगत करवाया। कार्यक्रम के अंत में राजस्थान पेंशनर समाज के अध्यक्ष आरएल कक्कड़ ने डॉ जय किशन सुथार एवं उनके चिकित्सा टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर अध्यक्ष आर एल कक्कड़, सचिव देवीनंदन चोटिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश रहेजा, उपाध्यक्ष अशोक खत्री, कोषाध्यक्ष रमेश दर्गन सहित पेंशनर मौजूद थे।
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