जिला संवाददाता भीलवाड़ा। शाहपुरा भीलवाड़ा धर्म और बलिदान के नाम से विख्यात शाहपुरा कस्बे में भगवान शिव पार्वती के द्वारा रामचरण जी महाराज पर पुष्प वर्षा के बाद रामनिवास धाम मे मनाए जाने वाला पंच दिवसीय फूलडोल महोत्सव का आज दूसरा दिन संपन्न हुआ जिसमें सैकड़ों हजारों श्रद्धालुओं ने रामचरण जी महाराज को प्रणाम किया जयकारे लगाए दंडवत करते हुए शाहपुरा रामचरण जी महाराज की पवित्र मिट्टी को अपने मस्तक पर लगाया और पवित्र स्तम्भ जी के दर्शन किए साधु संतों से आशीर्वाद लिया।
जानकारी के अनुसार भैख भंडारी श्री शंभू राम जी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के रामनिवास धाम में फूलडोल महोत्सव को ढाई सौ साल से ऊपर हो गए हैं और पूर्णिमा से पूर्व ग्यारस को पहला थाल निकला और हरी निवास में रामचरण जी महाराज की दिव्य वस्तुओं के दर्शन कराए गए पूर्णिमा को रामनिवास धाम के सूरजपोल गेट से वर्तमान आचार्य रामदयाल जी महाराज छड़ी छतरी और चावर के साथ निकले और रामचरण द्वार से रामनिवास धाम में प्रवेश किया और धर्म सभा को संबोधित करते हुए प्रह्लाद चरित्र का उपदेश सुनाया इसी के साथ रात में जागरण का कार्यक्रम हुआ।फूलडोल महोत्सव के प्रथम दिन गाजे-बाजे के साथ अंणभैवाणी जी थाल की शोभायात्रा विधिवत नया बाजार राम मेडिया से निकली और रामनिवास धाम पहुंची फूलडोल महोत्सव की वजह से शाहपुरा में रंग होली नहीं खेली जाती है लेकिन सैकड़ों वर्षो से चली आ रही परंपरा के अनुसार ग्रामीण परिवेश से दर्जनों दल ग्रामीण की टोलियां ढोल मजीरा और बांसुरी साथ आते हैं और कैसीयो का गान अलगोजा अपनी राग और शैली से प्रदर्शन करते हैं।
फूलडोल महोत्सव के दूसरे दिन प्रातः काल स्तम्भ जी के दर्शन के पश्चात भंडार ग्रह में कंबल जी के दर्शन होते हैं जिसे बारादरी में रखा जाता है लगभग तीन बार धर्म सभा का आयोजन होता है इसमें वर्तमान आचार्य और साधु संत धार्मिक प्रवचन देते हैं विधिवत राम मेड़िया से थालकी शोभायात्रा निकली जो लगभग 12बजे अभिजीत मुहूर्त में रामनिवास धाम पहुंची जहां सैकड़ों श्रद्धालुओं के सम्मुख वर्तमान आचार्य पुस्तक को ग्रहण करते हुए विधिवत भंडारण मे पहुंचाया जाता हैं स्तंम्भ जी के दर्शन बंद कर दिए जाते हैं स्तंभ जी के दर्शन के लिए सैकड़ों भक्तों की लाइन लगती है सैकड़ों श्रद्धालु इस मौके पर मिश्री पतासो का अमृत रूपी प्रसाद प्राप्त करते हैं इस अवसर पर मेले का आयोजन भी होता है जहां दूरदराज से सैकड़ों व्यापारी अस्थाई दुकानें लगाते हैं और ग्रामवासी शहरवासी श्रद्धालु जमकर खरीदारी करते हैं डॉलर झूला चकरिया और मनोरंजन के साधन मेले में आकर्षण का केंद्र रहते हैं।
ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।