दिल्ली-NCR समेत देश के 5 राज्यों में कोचिंग इंस्टीट्यूट FIITJEE ने अपने एग्जाम सेंटर अचानक बंद कर दिए गए हैं। कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले सैकड़ों स्टूडेंट्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जिन शहरों में ये सेंटर बंद हुए हैं, वहां पेरेंट्स के पहुंचने से पहले ही संचालक ताला लगाकर भाग चुके थे। कई पेरेंट्स का कहना है कि वो लाखों की एडवांस फीस जमा कर चुके हैं। बावजूद इसके, बिना किसी अर्ली नोटिस के कोचिंग संस्थान ताला लटकाकर भाग गए। FITJEE के इन कोचिंग सेंटर्स में मेरठ में 400 स्टूडेंट्स, नोएडा में 2000 स्टूडेंट्स, भोपाल में 700 स्टूडेंट्स, पटना में 200 स्टूडेंट्स पढ़ रहे थे।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब JEE Main की परीक्षाएं जारी हैं और JEE Advanced व NEET जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाएं कुछ महीनों में होने वाली हैं। बुधवार 22 जनवरी को दिल्ली FITJEE कोचिंग सेंटर से स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स को एक मेल भेजा गया। इसमें लिखा था कि अब यह इंस्टीट्यूट किसी दूसरे कोचिंग सेंटर में मर्ज हो गया है और आपका बच्चा उसमें आसानी से अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकता है।
वाराणसी के महमूरगंज में FITJEE के सेंटर को 10 जनवरी को आकाश ने टेकओवर कर लिया। इसका एक लेटर भी जारी किया गया, जिसमें अभिभावकों को सहयोग करने के लिए कहा गया है। FIITJEE, जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम यानी IIT-JEE एग्जाम की तैयारी कराने वाला एक जाना माना इंस्टीट्यूट है। जिन शहरों में ये सेंटर बंद हुए हैं, वहां पेरेंट्स के पहुंचने से पहले ही संचालक ताला लगाकर भाग चुके थे। कई पेरेंट्स का कहना है कि वो लाखों की एडवांस फीस जमा कर चुके हैं। बावजूद इसके, बिना किसी अर्ली नोटिस के कोचिंग संस्थान ताला लटकाकर भाग गए।
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21 जनवरी को मेरठ में पेरेंट्स ने शिकायत की। उन्होंने कहा कि FITJEE ने अचानक बिना किसी प्री इंफॉर्मेशन के सेंटर बंद कर दिया है। इसके कारण स्टूडेंट्स की पढ़ाई अधर में अटक गई है। पेरेंट्स ने बताया कि 95 प्रतिशत छात्रों की एडवांस फीस जमा है। जबकि कोर्स अभी सिर्फ 40 प्रतिशत तक ही हुआ है।
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क्यों बंद हुए अचानक FIITJEE सेंटर
अचानक कई सेंटर बंद होने पर FIITJEE ने सफाई देते हुए बताया है कि टीचरों के सामूहिक इस्तीफे के चलते यह फैसला लिया गया है। हालांकि, कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि संस्थान ने टीचरों को महीनों से सैलरी नहीं दी थी, जिसके कारण उन्होंने इस्तीफा दिया। FIITJEE के बंद होने से छात्रों और अभिभावकों में असमंजस की स्थिति है। अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं और संस्थान के वादों की वैधता पर सवाल उठा रहे हैं।
FIITJEE मालिक पर लगे हैं गंभीर आरोप
2017 में पैराडाइज पेपर्स में नाम सामने आया। पिछले वर्ष टीचिंग स्टाफ ने आरोप लगाया था कि उन्हें महीनों से वेतन नहीं मिला है। इसके अलावा कोचिंग संस्थान के फाउंडर और चेयरमैन डीके गोयल पर आरोप लगा कि उन्होंने स्टाफ के साथ बदतमीजी करते हुए गाली-गलौज किया। सोशल मीडिया पर ऐसे कई ऑडियो और वीडियो हैं, जिनमें दावा किया गया है कि गोयल बहुत ही अभद्र भाषा में अपने संस्थान के कर्मचारियेां से पेश आ रहे हैं।
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