पहली बार वर्ल्ड कप में उतर रहे भारत का पहला मुकाबला 15 बार टूर्नामेंट खेल चुके अमेरिका से

सीधा प्रसारण रात 8 बजे से सोनी टेन-2, सोनी ईएसपीएन पर, 2013 को छोड़कर सभी वर्ल्ड कप खेल चुकी है अमेरिका की टीम भारत कभी क्वालिफाई नहीं कर पाया।

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नई दिल्ली: मेजबान भारत फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप में अपने अभियान की शुरुआत अमेरिका के खिलाफ करेगा। दोनों टीमें ग्रुप में हैं। मेजबान टीम के लिए यह बेहद कठिन मुकाबला हो सकता है क्योंकि अमेरिका अब तक 16 में से 15 वर्ल्ड कप में खेल चुका है। जाहिर है उसका अनुभव मेजबान टीम पर भारी पड़ सकता है। अमेरिकी टीम अब तक सिर्फ एक बार 2013 में क्वालिफाई नहीं कर सकी थी। जबकि भारत का यह पहला ही वर्ल्ड कप है। इसमें भी उसने क्वालिफाई नहीं किया है। उसे मेजबान हाेने के नाते टीम में जगह मिली है। भारतीय टीम ने 21 सितंबर को अभ्यास मैच में मॉरीशस की अंडर-17 टीम को हराया था। अमेरिका से मुकाबला होने पर यही बात भारतीयों का मनोबल ऊंचा रख सकती है। कोच लुई नोर्टन डि मातोस के हिसाब से अंकित जाधव, कोमल थटाल, कप्तान कियाम, संजीव स्टालिन और अनवर अली बड़ी टीमों के खिलाफ उलटफेर कर सकते हैं। अमेरिका के फाॅरवर्ड जोशुआ सर्जेंट, टिमोथी वियाह, गोलकीपर जस्टिन गार्सेस सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। सर्जेंट अगले साल जर्मन लीग बुंदेसलीगा के साथ जुड़ने जा रहे हैं।

ओपनिंग सेरेमनी नहीं 

ज्यादातर बड़े खेल इवेंट में ओपनिंग सेरेमनी होती है। पर अंडर-17 वर्ल्ड कप से पहले ऐसा नहीं होगा। टूर्नामेंट के डायरेक्टर जेवियर सेप्पी ने कहा, ‘भारत सरकार ने हमसे ओपनिंग सेरेमनी के लिए संपर्क किया था। पर हमें नहीं लगता कि इसकी जरूरत है। हम सेरेमनी पर खर्च नहीं बढ़ाना चाहते।’ खेल मंत्रालय ने फीफा को 5 या6 अक्टूबर को ओपनिंग सेरेमनी कराने का प्रस्ताव दिया था।

दो घंटे इस्तेमाल कर सकेंगे स्मार्टफोन

टीमेंसोशल मीडिया को तैयारियों में बाधा मानती हैं। चिली के कोच ने अपने खिलाड़ियों निर्देश दिया है कि वे एक दिन में सिर्फ दो घंटे ही स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर सकेंगे। ताकि बाहरी घटनाएं उनका ध्यान भटका सकें।

भारतीय कोच मातोस ने बदली 10 खिलाड़ियों की पोजीशन 
भारतीयकोच मातोस ने आठ महीने में करीब 10 खिलाड़ियों की पोजीशन बदल दी है। एक साल पहले मिडफील्ड में खेलने वाले अनिकेत जाधव अब फुलटाइम स्ट्राइकर हैं। राहुल केनोली, अभिजीत सरकार, अमरजीत सिंह और जैकसन सिंह अब टीम के मिडफील्डर हैं।

कोई प्राइज मनी नहीं 

  • इसटूर्नामेंट में कोई प्राइज मनी नहीं होती है। पहले तीन स्थान पर रहने वाली टीमों को डिप्लोमा और मेडल दिए      जाएंगे। विजेता टीम को ट्रॉफी भी दी जाती है।
  • चार-चारटीमों के छह ग्रुप हैं। हर ग्रुप में हर टीम तीन-तीन लीग मैच खेलेगी।
  • हरग्रुप से टॉप-2 टीम दूसरे राउंड के लिए क्वालिफाई करेगी। साथ ही तीसरे स्थान पर रहने वाली टॉप-3 टीम भी आगे बढ़ेंगी।
  • दूसरेराउंड से टूर्नामेंट नॉकआउट फॉर्मेट शुरू हो जाएगा।

इतिहास गवाह है कि इच्छाशक्ति के बल पर कमजोर टीम भी मजबूत प्रतिद्वंद्वी को हरा सकती है। 100 निडर और एकजुट लोग 1000 शत्रुओं को हरा सकते हैं। जैसा कि महात्मा गांधी ने कहा था- ताकत शारीरिक क्षमता से नहीं, इच्छाशक्ति से आती है। -लुई नोर्टन डि मातोस, भारतीय कोच 

हम भारत के खिलाफ जीत के दावेदार हैं। हमने उन्हें पहले भी हराया है। पर यह वर्ल्ड कप का पहला मैच है। वह भी मेजबान टीम के खिलाफ। ऐसे में कुछ भी हो सकता है। भारतीय खिलाड़ी घरेलू हालात में खेलेंगे। ऐसे में हमें सतर्क रहना होगा। -जॉन हैकवर्थ, अमेरिकी कोच 

पहले दिन के मुकाबले 

पराग्वे माली (ग्रुप-बी)
नवीमुंबई, रात 8:00 से
भारत अमेरिका (ग्रुप-ए)
नईदिल्ली, रात 8:00 से
न्यूजीलैंड तुर्की (ग्रुप-बी)
नवीमुंबई, शाम 5:00 से
कोलंबिया घाना (ग्रुप-ए)
नईदिल्ली, शाम 5:00 से

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