कलक्टर ने किया औचक निरीक्षण, अधिकारियों को दिये उचित दिशा निर्देश
हनुमानगढ़। जंक्शन धान मण्डी के विभिन्न व्यापारियों व किसानों ने गुरूवार को जिला कलक्टर को गेहूँ की सरकारी खरीद शुरू करवाने की मांग को लेकर जिला परिषद डायरेक्टर मनीष मक्कासर के नेतृत्व ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने वालों में अशोक लखोटिया, कुलदीप सहारण, गुरलाल मान, रघुवीर जैलदार, राजेन्द्र कुमार, बुटा सिंह, वकीन सिंह, मनप्रीत मान, हरजिन्द्र सिंह, विजय सिंह चौहान सहित अन्य व्यापारियों व किसानों ने ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि किसानों की गेहूं की सरकारी खरीद बन्द है जिसके कारण किसानों को कई परेशानीयों का सामना करना पड रहा है। इससे पूर्व भी गेहूँ की सरकारी खरीद प्रक्रिया सुचारू करवाने की मांग को लेकर श्रीमानजी को ज्ञापन दिया गया था जिसकी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। अगर किसानो की गेहूँ कि सरकारी खरीद नहीं हो पाती है तो निम्न परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है नरमा की बिजाई के लिये पैसे की जरूरत होने गेहूं बेचने आ रहे है तो एफसीआई के अधिकारी क्वालिटी का हवाला देकर खरीद नही जा रही है इससे किसानो का नुकसान हो रहा है किसानो ने अपने घर पर गेहूँ का भंडार कर रखा है इसलिये सरकारी खरीद जल्द जल्द से शुरू करवाई जानी अति आवश्यक है ताकि किसान सुचारू रूप से आगे को खेती कर सके और गेहूं खराब भी ना हो सके अगर सरकारी खरीद नहीं हो पाती है तो किसानो का भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। व्यापारियों व किसानों के ज्ञापन देने पर जिला कलक्टर ने तुरन्त प्रभाव से जंक्शन धान मण्डी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एफसीआई के अधिकारी, जिला परिषद डायरेक्टर मनीष मक्कासर, सुभाष मक्कासर, व्यापारी प्यारेलाल बंसल सहित अन्य व्यापारी व अधिकारी मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर नथमल डिड़ेल ने धान मण्डी में एफसीआई अधिकारियों से चर्चा की। जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने धान मण्डी में पिछले 1 माह से बैठे किसानों की समस्या सुनी जिसमें वह जिंद पर अड़े थे कि वह पंखा नही लगवायेगे जिस पर जिला कलक्टर ने किसानों से समझाईश कर उन्हे पंखा लगवाने की बात कही। जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि अधिकारियों ने नियम व प्रोटोकॉल से बंधे हुए है इसलिये पंखा लगवाना जरूरी है और पंखा लगते ही किसानों के गेहू की खरीद तुरन्त प्रभाव से करवाने के निर्देश दिये। धान मण्डी में व्यापारियों की समस्याओं को जिला कलक्टर द्वारा सुना जिसमें व्यापारियों ने बताया कि अधिकारियों के गेहू चौक करने के बाद टक में लोड़ होने के बाद गौदाम से गेहू वापिस आता है जिस कारण व्यापारियों को 25 से 30 हजार का नुकसान होता है जिस पर जिला कलक्टर ने एफसीआई अधिकारियों को गेहू की अच्छे से जांच कर टक में लोड़ करवाने के निर्देश दिये जिससे कि व्यापारियों को अनावश्यक नुकसान न हो।
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