कीटनाशक खाकर जान देने वाले युवक के शव का परिजनों ने विरोध-प्रदर्शन किया

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हनुमानगढ़। पत्नी सहित ससुराल पक्ष के अन्य लोगों की ओर से प्रताड़ित किए जाने से परेशान होकर कीटनाशक खाकर जान देने वाले युवक के शव का परिजनों ने सोमवार को अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। परिजनों ने नगर परिषद सभापति सुमित रणवां व समाज के लोगों के साथ जंक्शन पुलिस थाना में पहुंचकर विरोध-प्रदर्शन किया। पुलिस की ओर से आरोपियों को थाना में पूछताछ करने व थाना प्रभारी की ओर से शीघ्र उचित कार्रवाई का आश्वासन देने पर आक्रोशित परिजन व समाज के नागरिक शांत हुए। इसके बाद परिजनों व समाज के लोगों ने युवा नेता नारायण नायक, पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष खजानचंद शिवनानी, पार्षद प्रतिनिधि अशोक गौरी, विजय शोभराज, धर्मदास, प्रेम पेशवानी, इन्द्र कुमार सिंधी, सुनील कुमार, एडवोकेट नरेन्द्र कुमार, साहिल, रामचन्द्र, पवन टेकवानी, सहित अन्य समाज के लोगों ने जंक्शन जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर दोषियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की।

इसके बाद शव का अंतिम संस्कार हो सका। इधर, पुलिस ने आरोपी महिला को पूछताछ के लिए डिटेन कर लिया है। थानाधिकारी ने बताया कि बाद पूछताछ उसे गिरफ्तार किया जाएगा। मृतक रविन्द्र कुमार उर्फ रवि पुत्र दीनदयाल के परिजन पुरुषोत्तम निवासी वार्ड 52, झूलेलाल मन्दिर के पास सुरेशिया ने बताया कि 31 अगस्त 2021 को रविन्द्र कुमार की शादी दर्शना सोनी उर्फ दिव्या के साथ हुई थी। दर्शना ने रविन्द्र को यह कहकर शादी की थी कि वह तलाकशुदा है और तुम भी कुंवारे हो। इसलिए मेरे साथ शादी कर लो। रविन्द्र ने उसकी बातों पर विश्वास कर शादी कर ली। जब रविन्द्र को पता चला कि दर्शना तलाक शुदा नहीं है तो रविन्द्र ने एक मुकदमा दर्शना व उसके परिवार के खिलाफ दर्ज करवाया था। दर्शना व उसके पिता कृष्ण सोनी, माता ज्ञान देवी, उसका भाई नरेन्द्र सोनी व बहन ममता सोनी सभी मिलकर रविन्द्र को परेशान करते थे और रुपयों की नाजायज मांग करते थे।

रविन्द्र के रुपए व सोना दर्शना व उसके माता-पिता, भाई बहन ने चोरी कर लिया। रविन्द्र के पास कुछ भी नहीं बचा। दर्शना उससे नाजायज रुपयों की मांग करती थी, उसे डराती धमकाती थी और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देती थी। वह उससे हर समय लड़ती-झगड़ती रहती थी और कहती थी कि तू मर जा, किसी काम का नहीं है। 15 अगस्त की रात को दर्शना ने रुपए नहीं देने पर रविन्द्र के साथ लड़ाई-झगड़ा किया। इससे परेशान रविन्द्र ने 16 अगस्त की सुबह कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया। रविन्द्र ने परिवार के लोगों को बताया कि उसने दर्शना, दर्शना के माता-पिता, भाई-बहन आदि से परेशान होकर अपना जीवन समाप्त करने के लिए कीटनाशक दवा पी ली है और सुसाइड नोट भी लिखा है, जो रविन्द्र की जेब से मिला। 31 अगस्त की रात को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में रविन्द्र की मौत हो गई।

पुरुषोत्तम सहित अन्य परिजनों व समाज के नागरिकों ने पुलिस से मांग की कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। थाना प्रभारी सतपाल बिश्नोई ने बताया कि प्रकरण दर्ज कर आरोपों के संबंध में अनुसंधान किया जा रहा है। मृतक का बीकानेर में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया गया है। आरोपी महिला को पूछताछ के लिए डिटेन किया गया है। अनुसंधान के दौरान जो तथ्य सामने आएंगे उस अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

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