राजस्थान: भीषण गर्मी के चलते देशभर में बिजली की मांग बढ़ती जा रही है। ऐसे में देश के एक चौथाई पावर प्लांट बंद हैं। नतीजा, 16 राज्यों में 10 घंटे तक के बिजली कटौती शुरू हो गई है। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, देशभर में 10 हजार मेगावॉट, यानी 15 करोड़ यूनिट की कटौती हो रही है। वहीं बात करें राजस्थान की तो बिजली संकट गहराता जा रहा है।
प्रदेश में कोयले की कमी से चलते पूर्ण रूप से बिजली उत्पादन नहीं हो पा रहा है। वहीं इसी के चलते अब स्थिति यह आ गई है कि प्रदेश के 4 हजार मेगावॉट बिजली उत्पादन प्रभावित हो गया है। वहीं इसी बजह से जिला मुख्यालयोंं को छोड़कर प्रदेश के लगभग सभी जिलों में अघोषित कटौती लगातार जारी है।
राजस्थान में बिजली खपत भी बढ़ गई है। पिछले वर्षों के रिकाॅर्ड को तोड़़ते हुए बिजली की खपत और अधिकतम मांग अब तक 3107 लाख यूनिट प्रतिदिन और 14690 मेगावाट दर्ज की गई है। पिछले तीन दिन में बिजली डिमांड करीब 355 लाख यूनिट तक बढ़ गई।
वहीं गत वर्ष के मुकाबले करीब 700 लाख यूनिट प्रतिदिन बढ गई है। डिमांड बढ़ने और बिजली उत्पादन में कमी के कारण लोड डिस्पेच सेंटर से ग्रामीण इलाकों में कटौती के लिए 220 केवी जीएसएस पर मैसेज दिए जा रहे है। वहीं प्रदेश के ग्रामीण इलाकों और कस्बों में अघोषित बिजली कटौती शुरू हो गई है।
रेलवे ने की पहल-
इस बीच रेल मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है। रेलवे ने पावर प्लांट्स तक कोयले की तेजी से सप्लाई के लिए कुल 42 ट्रेनों को अनिश्चित काल के लिए कैंसिल कर दिया है, ताकि कोयला ले जा रही मालगाड़ियां समय पर निर्धारित स्टेशनों पर पहुंच सकें।
देश में कितनी बिजली उत्पादन क्षमता-
देश में बिजली उत्पादन की मौजूदा क्षमता 3.99 लाख मेगावाॅट है। इसमें 1.10 लाख मेगावाॅट रिन्यूएबल एनर्जी (सोलर-विंड) की हिस्सेदारी है। बाकी बचे 2.89 लाख मेगावाॅट में से 72,074 मेगावाॅट क्षमता के प्लांट बंद हैं। इनमें से 38,826 मेगावाॅट क्षमता के प्लांट्स में उत्पादन हो सकता है, लेकिन ईंधन उपलब्ध नहीं है। 9,745 मेगावाॅट क्षमता के प्लांट्स में शेड्यूल्ड शटडाउन है। 23,503 मेगावाॅट क्षमता के प्लांट अन्य कारणों से बंद पड़े हैं।
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