जिला संवाददाता भीलवाड़ा। मानव जीवन के चार सोपान धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष हमारे जीवन के आधार हैं। इनके प्रति सदैव जागरूक रहना चाहिए। धर्म को धारण करो, अर्थ अर्जित करो, अर्थ के द्वारा अपने कार्य पूर्ण करो और फिर योग साधना करते हुए परमात्मा को प्राप्त करो। तभी मानव जीवन का लक्ष्य पूरा हो सकता है। इसलिए धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष ही मानव जीवन के आधार हैं। उक्त विचार तपाचार्य साध्वी जयमाला की सुशिष्या साध्वी डॉ चंद्रप्रभा ने चेनपुरा से विहार कर सड़क का बाड़िया में धर्मसभा में व्यक्त किये। साध्वी ने धर्मसभा में कहा कि व्यक्ति को अनावश्यक नही बोलना चाहिए जहाँ पर आवश्यक हो वही पर बोले,बच्चों को संस्कारित बनावे बच्चो की पहलीं सीढ़ी घर ही है जहाँ से बच्चा संस्कारित होता है, जो बच्चा देखेगा, सुनेगा वो ही उसको क्रियान्वित करेगा।साध्वी आनन्दप्रभा, साध्वी चंदनबाला, साध्वी विनितरूप प्रज्ञा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर सड़क के बाड़िया के सरपंच दादू सिंह सहित समेलिया, चेनपुरा ग्राम के श्रावक- श्राविका उपस्थित थे।
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