कोटड़ी में भगवान के साथ भक्तों ने खेली 15 ग्राम केसर, 5 क्विंटल फूल पत्ती से होली

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संवाददाता भीलवाड़ा। कोटड़ी मुख्यालय सहित तहसील क्षेत्र के अनेक गांवों में रंगो का त्यौहार शीतला सप्तमी शनिवार को सादगी पूर्ण तरीके से मनाई गई। सुबह महिलाओं ने शीतला माता का पूजन कर परिवार में खुशहाली की कामना की। कोटड़ी में भगवान श्री चारभुजानाथ के संग होली खलने की अनुठी परंपरा को कोरोना गाइड लाइन की पालना के साथ भक्तों ने गुलाल को छोड़ कर पुष्प की पंखुड़ियों व केसर के रंगो से ही होली खेली। कार्यक्रम को लेकर कोटड़ी कस्बे के अलावा जिले के अनेक क्षेत्रों से लोग भी आस्था का केन्द्र भगवान श्रीचारभुनाथ के दरबार में एकत्रित हो केसर व पुष्प पत्ती से भगवान के साथ होली खेली। जिले का एतिहासिक कार्यक्रम में कस्बे के छोटे से लेकर बुजुर्ग महिला-पुरूष भगवान के दर पर हाजरी लगाते हुए केसर व गुलाब पत्ती को भगवान के चरणों में अर्पित कर धन्य महसूस किया। श्रीचारभुजा मन्दिर ट्रस्ट के अलावा अनेक भक्त मण्डलियों द्वारा मन्दिर परिसर में ही भगवान के प्रसाद चढ़ा कर वितरण किया गया। सुबह 9 बजे से ही भक्तों का सेलाब हाथों में गुलाब पत्ती व केसर का रंग लेकर मन्दिर में उमड़ना शुरू हो गया। दिनभर भक्तों ने भगवान के साथ 15 ग्राम केसर व 5 क्विंटल गुलाब फूलों से होली खेली। जिले में कोटड़ी चारभुजानाथ के दरबार में केसर की होली खेलने का अनुठा कार्यक्रम होने से जिलेभर के अनेक क्षेत्रों से भक्त केसर, गुलाल व फूलों की पंखुड़ियां लेकर पंहुचे तथा भगवान संग होली खेलने का आनन्द लिया। शीतला सप्तमी पर शाम को एक-दूसरे के घर पंहुच होली का रामा-श्यामा किया।

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