फसल में गुलाबी सुंडी से हुए नुकसान का सर्वे कर मुआवजा देने की मांग

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हनुमानगढ़। नरमा की फसल में गुलाबी सुंडी से हुए नुकसान का सर्वे कर मुआवजा देने की मांग को लेकर संगरीया, टिब्बी क्षेत्र के किसानों ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर विरोध दर्ज करवाया। किसान नेता ओम जांगू व महंगा सिधु ने कहा कि सरकार ने बीटी-2 के नाम से नरमा का बीज उपलब्ध कराया था, लेकिन इस बीज से 99 प्रतिशत किसानों की फसल खराब हो गई। सरकार की ओर से बीटी-2 के नाम से नरमा का बीज किसानों को उपलब्ध करवाया गया था, लेकिन मिलावटी बीज होने के कारण आज करीब 99 प्रतिशत किसानों की नरमा की फसल गुलाबी सुंडी के प्रकोप से बर्बाद हो चुकी है। कृषि विभाग ने भी समय रहते किसानों को जागृत करने की कोशिश नहीं की ताकि गुलाबी सुंडी से होने वाले नुकसान से फसल को बचाया जा सके।

कृषि विभाग के अधिकारी वातानुकूलित कमरों में बैठे रहे। उन्हें किसानों से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ जिले में करीब 20 अरब रुपए के नरमा का उत्पादन होता था, लेकिन वह अबकी बार नहीं होगा। किसानों को सीधा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि किसानों ने इसलिए बीटी बीज की बिजाई की ताकि सुंडी का प्रकोप खत्म करने के लिए पेस्टीसाइड का छिड़काव न करना पड़े, लेकिन अब किसान को हर चार दिन बाद पेस्टीसाइड का छिड़काव करना पड़ रहा है। इससे पेस्टीसाइड कंपनियों की बल्ले-बल्ले हो गई है, जबकि किसान बर्बाद हो गया है। इस मौके पर कुलविन्द्र सिंह ढिल्लो, प्रगट सिंह, प्रकाश सिंह, गुरबचन सिंह, आकाश मान, महंगा सिंह, विक्रम भाकर, शिशपाल सिंह, गुरतेज मान सहित अन्य किसान मौजूद थे।

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