मूल ओबीसी वर्ग के अधिकारों के हनन पर विशेष सत्र बुलाने की मांग

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हनुमानगढ़। मूल ओबीसी जनजागृति मंच की बैठक मंगलवार को जंक्शन जांगिड़ समाज के सामुदायिक भवन में आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने मूल ओबीसी वर्ग के संवैधानिक अधिकारों और उनके हनन को लेकर विस्तृत चर्चा की। इसके बाद, विधायक गणेश राज बंसल को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें सरकार से मूल ओबीसी वर्ग के हक और अधिकारों की रक्षा के लिए तीन दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई।
ज्ञापन में कहा गया कि राजस्थान का मूल पिछड़ा वर्ग जनसंख्या के दृष्टिकोण से राज्य का सबसे बड़ा वर्ग है। बावजूद इसके, पिछले 25 वर्षों से इस वर्ग के संवैधानिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि कुछ शिक्षित और सक्षम जातियों को पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल कर, मूल पिछड़ा वर्ग के अधिकारों का हनन हुआ है।
बैठक में यह भी कहा गया कि जस्टिस रणवीर सहाए वर्मा आयोग ने 2002 में पिछड़े वर्ग में उपवर्गीकरण की रिपोर्ट पेश की थी, लेकिन सरकार ने न तो इसे लागू किया और न ही इस पर चर्चा की। 2015 में राजस्थान उच्च न्यायालय की डिवीजन बेंच ने रतनलाल बागड़ी बनाम राजस्थान सरकार मामले में निर्देश दिया था कि शैक्षणिक और सामाजिक सर्वे कराकर सक्षम जातियों को पिछड़ा वर्ग की सूची से बाहर किया जाए। लेकिन सरकार ने इन निर्देशों पर कोई अमल नहीं किया।
मंच ने सरकार पर उच्च न्यायालय की अवमानना का आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार मांगों के बावजूद इस वर्ग की उपेक्षा की जा रही है। बैठक में विधायक से अनुरोध किया गया कि वह सदन में मूल ओबीसी वर्ग की इस पीड़ा को रखें और सरकार से तीन दिन का विशेष सत्र बुलाने की अपील करें। इस सत्र में जस्टिस वर्मा की रिपोर्ट और रतनलाल बागड़ी मामले में उच्च न्यायालय के निर्देशों पर चर्चा कर ठोस कदम उठाए जाएं।
मंच के सदस्यों ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोकतंत्र के सबसे बड़े देश में राज्य के इस बड़े वर्ग के अधिकारों को अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने विधायक से आग्रह किया कि वे सदन में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएं और सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित करें।
बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने विधायक को विश्वास दिलाया कि यदि इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया जाएगा ओर मूल ओबीसी वर्ग के लोग एकजुट होकर हर संभव सहयोग प्रदान करेंगे। बैठक में मूल ओबीसी के जिला संयोजक मनीराम कारगवाल, सहीराम यादव, कृष्ण गहलोत, जांगिड़ समाज अध्यक्ष राधेराम सुथार, सरपंच रोहित स्वामी, लोहार समाज के अध्यक्ष अशोक धारू, भाट समाज के अध्यक्ष विजय कुमार भाट, सैन समाज के अध्यक्ष ओम प्रकाश जाखड़, भादरराम यादव, ओम दिनादिया, गजेन्द्र गहलोत, देवीलाल भाटी, सीताराम कारगवाल, अमर सिंह यादव, रवि दादरवाल, रामस्वरूप भाटी, जितेन्द्र यादव, कृपाल सिंह यादव, राधेराम सुथार, विक्रम सिंह रामगढिया, गुरतेज सिंह माहर, मोहनलाल डाल, महावीर छिम्पा, दयाराम कारगवाल, अमर सिंह, राधेश्याम टाक, सुरेन्द्र मारवाल, गणेशीलाल दादरवाल, अंनतराम, हरबंसल सिंह औलख, महावीर सैन, भगवानराम सैन, विजय गहलोत, कृष्ण पेन्सिया, हजारी जी मुंडा, विजयकृष्ण जाखड़, अनिल सैन व मूल ओबीसी के समाज सदस्य मौजूद थे।

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