2017 की झलकियां: साल के 8 बड़े चर्चित अपराध, जिनसे दहल गया था देश

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जयपुर: दिल्ली में निर्भया के साथ हुई दरिदंगी के बाद महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने की कई बातें कहीं जाने लगी लेकिन ऐसा कुछ दिखाई नहीं दिया। ये उसी का नतीजा है कि भारत में महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में बढ़ोतरी हुई है। ये साल रेप की घटनाओं से तो चर्चा में रहा ही, साथ में स्कूलों की लापरवाहियों ने भी बड़े अपराधों को जन्म दिया। 2017 की इन घटनाओं ने देश को झकझोर कर रख दिया। कुछ मामलों में तो सियासत भी खूब हुई। यहां इस साल के कुछ बड़े अपराधों को शामिल किया जा रहा है। आप भी अवलोकन करें।

हिसार में पांच साल की मासूम के साथ हैवानियत

इस साल सबसे हैरान करने वाली घटना हरियाणा के हिसार से सामने आई। 9 दिसंबर की देर रात अपनी मां के साथ सो रही एक पांच साल की बच्ची का पहले आरोपियों ने अपहरण किया और फिर उसके साथ बारी-बारी से रेप किया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने उसके प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डाल दी जिससे उसकी मौत हो गई।

शिमला में गुड़िया के साथ दरिंदगी

जुलाई में शिमला में दसवी की छात्रा के साथ कुछ लोगों ने रेप किया और बाद में उसकी हत्या कर दी. मामले की जांच कर रही पुलिस के अनुसार आरोपियों ने छात्रा को स्कूल से लौटते समय पकड़ा और बाद में उसे सुनसान इलाके में लेकर उसके साथ ऐसी दरिंदगी। बाद में पुलिस ने तीन लोगों को शक के आधार पर गिरफ्तार किया था।

21 महीने की बच्ची के साथ रेप

दिल्ली के गांधीनगर इलाके में 21 महीने की बच्ची के साथ उसके ही परिजन ने रेप किया। घटना इस साल मई की है। पुलिस के अनुसार पीड़ित बच्ची के पिता ने अपने दोस्त के पास अपनी बेटी को खेलने के लिए छोड़ा था। इसी दौरान आरोपी ने बच्ची के साथ यह घटना की। बाद में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

December 2017 Final-14

मूक-बधिर बच्ची के साथ हुई हैवानियत

बनारस में 5 वर्षीय बच्ची के साथ रेप होने की घटना सामने आई। बच्ची अपनी मां के साथ सो रही थी। आरोपियों ने उसका पहले अपहरण किया और बाद में उसके साथ रेप किया बोल न पाने की वजह से बच्ची मदद के लिए आवाज नहीं लगा पाई और आरोपियों ने उसके साथ रेप करने के बाद उसे सुनसान इलाके में फेंक दिया।

स्कूलों की लापरवाहियों ने दिए अपराधों को अंजाम

रेयान स्कूल में बच्चे की हत्या

इस साल का सबसे चर्चित मामला रहा। पुलिस के अनुसार इस घटना में आरोपी ने पहले बच्चे के साथ रेप किया और बाद में उसकी हत्या कर दी। हालांकि इस मामले की सीबीआई जांच में आरोपी बस कंडक्टर नहीं बल्कि उसी स्कूल में पढ़ने वाला 11वीं कक्षा का छात्र निकला। जिसने स्कूल में परीक्षा रूकवाने के लिए एक बच्चे की हत्या को अंजाम दिया। इस घटना ने स्कूली व्यवस्थाओं पर कई सवाल खड़े किए। इस घटना के बाद पीड़ित अभिभावक ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की। इस घटना में भी स्कूल में सुरक्षा को लेकर बरती गई कई तरह की लापरवाही सामने आई।

स्कूल स्टॉफ ने की दरिंदगी

दक्षिणी दिल्ली के एक बड़े स्कूल में छह साल की बच्ची के साथ रेप की घटना सामने आई। घटना अक्टूबर में हुई। स्कूल में काम करने वाले युवक ने ही बच्ची के साथ रेप किया. घटना के बारे में तब पता चला जब बच्ची ने अपनी मां को पेट में दर्द की शिकायत की। बाद में इसकी सूचना पुलिस को दी गई। बच्ची के मेडिकल रिपोर्ट में उसके साथ रेप की पुष्टि हुई। पुलिस इस मामले में आरोपी को संगम विहार से गिरफ्तार कर लिया।

December 2017 Final-15

राजनीति गलियारों में छाया आनंदपाल एनकाउंटर-

साल का चर्चित आनंदपाल सिंह एनकाउंटर केस ने देश के सबसे बड़े राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया था। लंबे समय से फरार राजस्थान के सबसे बड़े गैंगस्टर और एपी के नाम से कुख्यात आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर पर जहां वसुंधरा सरकार वाहवाही की उम्मीद कर रही थी, वहीं ये एनकाउंटर सरकार के गले की फांस गया। दरअसल, राजपूत समाज ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए दो हफ्तों से ज्यादा नागौर जिले में हंगामा किया। बड़े लंबे ड्रामे के बाद आनंदपाल का अंतिम संस्कार किया गया।

क्या कहती है एनसीआरबी की रिपोर्ट-

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की और से साल 2016 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के कुल मामलों में से 14.5 फीसदी (49,262 मामले) उत्तर प्रदेश में हुए जिसके बाद 9.6 फीसदी यानी 32,513 मामलों के साथ पश्चिम बंगाल रहा। वर्ष 2015 के मुकाबले देश में रेप की घटनाएं 12.4 फीसदी बढ़ गईं। आंकड़ों के मुताबिक रेप के मामले सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में हुए। ऐसी कुल घटनाओं में से 12.5 फीसदी (4,882 मामले ) मध्य प्रदेश में , 12.4 फीसदी (4,816 मामले) उत्तर प्रदेश में और 10.7 फीसदी यानी 4,189 मामले महाराष्ट्र में हुए। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले तीन सालों में हत्या, दंगे, लूटपाट और डकैती की घटनाओं में गिरावट दर्ज की गई है। 2015-16 में मर्डर के मामले में कमी आई है। 2015 में यह आंकड़ा 32,127 था जो 2016 में घटकर 30,450 हो गया। दंगे के मामले 2015 में 65,255 दर्ज किए गए थे जो कि 2016 में घटकर 61,974 रह गया। इसी तरह लूटपाट और डकैती की घटनाओं में भी देखा गया जिसमें क्रमशः 11.8 और 4.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

साइबर अपराध भी बड़ी चिंता-
क्राइम्स इन इंडिया-2016 रिपोर्ट के अनुसार देश में अपराध के आंकड़े भयावह हैं। साल दर साल अपराधों में वृद्धि दर्ज की जा रही है। रिपोर्ट में दो श्रेणियों भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) व विशेष और स्थानीय कानून (एसएलएल) के तहत आंकड़े जारी किए गए हैं। देश में 2015-16 में अपराधों में 2.6 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई।

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