आम जन को नहीं मिलता चिरंजीव योजना का लाभ गांधी जी के सिद्धांतों पर चिरंजीव योजना देखना सुनना बोलना

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संवाददाता शाहपुरा। शाहपुरा भीलवाड़ा भीलवाड़ा जिले में निजी चिकित्सालय एवं जिला प्रशासन द्वारा चिरंजीवी योजना का लाभ नहीं मिलता और राजस्थान सरकार और भीलवाड़ा प्रशासन द्वारा चिरंजीव योजना का प्रचार प्रसार किया जा रहा है और गांधी जयंती पर तो विद्यालय से लेकर आमजन तक छोटे से बड़े विभागों के द्वारा प्रचार प्रसार के आदेश दिए जा रहे हैं लेकिन पूरे राजस्थान में धरातल पर योजना गांधीजी के बंदरों के विपरीत सिद्धांत पर आधारित है जिला चिकित्सा अधिकारी एवं कलेक्टर जैसे उच्च अधिकारी निजी चिकित्सालयों की लुट को अनदेखी करते हैं शिकायतों की सुनवाई नहीं करते हैं और पात्र व्यक्तियों के लिए नहीं बोलते चिकित्सालय के कथन बोलते हैं आम आदमी को गरीब को चिरंजीव योजना का लाभ नहीं पहुंचाना चाहते राजस्थान में ऐसे अनेकों मामले सामने आए हैं एक ऐसा मामला शाहपुरा के रवि शंकर सोनी द्वारा बताया गया कि निजी चिकित्सालय स्वास्तिक हॉस्पिटल में पत्नी को बुखार होने पर 15 दिन तक भर्ती रखा जहां चिरंजीवी योजना का लाभ नहीं दिया और 1लाख रुपए की लूट की गई.

जिसकी शिकायत भर्ती रहते हैं सीएमएचओ कलेक्टर संभागीय आयुक्त चिकित्सा मंत्री चिकित्सा सचिव मुख्यमंत्री राज्यपाल प्रधानमंत्री राष्ट्रपति विधानसभा अध्यक्ष लोकसभा अध्यक्ष सांसद विधायक मानव अधिकार आयोग उपखंड अधिकारी राजस्थान सरकार के चिकित्सा मंत्री राजस्व मंत्री कृषि मंत्री जल संसाधन मंत्री और मुख्यमंत्री को चिरंजीव योजना का लाभ नहीं मिलने का पोस्टर एवं शिकायत कर चुके हैं लेकिन 1 साल से प्रशासन और सरकार परिवादी के पात्र होने के बावजूद उसे चिरंजीव योजना का लाभ नहीं दिला पा रही है परिवादी ने कलेक्टर के पैर पकड़ लिए सेल्फी स्टैंड से मुख्यमंत्री के पोस्टर के साथ मेरा कार्य नहीं हुआ मैं खुश नहीं हूं का फोटो वायरल किया लेकिन जांच हर बार सीएमएचओ एवं कलेक्टर के पास जाती है और निजी हॉस्पिटल के कथन के अनुरूप जवाब देते हैं और तकनीकी कारण बताते हुए चिरंजीव योजना के पात्र को अपात्र घोषित कर देते हैं परिवादी ने बताया कि वह लगभग 36 शिकायत कर चुका है लेकिन हॉस्पिटल में भर्ती करते समय जो हस्ताक्षर कराए जाते हैं उन को आधार बनाकर एवं बीमारी बुखार का कोड हॉस्पिटल में नहीं होना बताया जाता है यहां तक की जनसुनवाई में भी उसका प्रकरण नहीं लिया जाता।

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