भारत के लिए खतरा बनें चीन के ये 42 एप्स, तुरंत करें डिलीट

0
570

नई दिल्ली: भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से एक बड़ी खबर आई है कि चीनी एप्स के द्वारा भारतीयों का डाटा चुराया जा रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर इंडियन आर्मी पर देखा जा रहा। सुरक्षा एंजेसियों द्वारा आर्मी को जानकारी दी गई है कि वह चीनी सीमा पर तैनाती के दौरान अपने स्मार्टफोन से Truecaller, WeChat, UC Browser का इस्तेमाल ना करें। ऐसा करने से उनके फोन का डेटा इन ऐप्स के सर्वर पर पहुंच जाएगा। एजेंसियों का कहना है कि चीन इन ऐप्स के जरिए डेटा चोरी कर रहा है। अधिकारियों को आशंका है कि ऐसा करने से चीन इंडियन आर्मी की सारी सूचना पाकिस्तान के साथ साझा कर सकता है।

सेना के साथ साथ दूसरी सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स जैसे इंडो-ताइबान बॉर्डर पुलिस लद्दाक से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक 4,057 किलोमीटर लंबी एलएसी पर तैनात है। आर्म्ड फोर्स खुद भी ऐसे निर्देश जारी करते रहते हैं। इसमें सभी कर्मियों को स्मार्टफोन और कंप्यूटर में खतरनाक  सॉफ्टवेयर ऐप्स से बचने के लिए कहा जाता है ताकि जासूसी के प्रयासों के बीच साइबर सुरक्षा बनाए रखने को सुनिश्चित किया जा सके।

अधिकारियों को मिले फोन फॉर्मेंट करने के आदेश-

24 नवंबर को इस बारें में पहली रिपोर्ट जारी की गई थी। जिसमें कहा गया है कि कई एंड्रायड और आइओएस एप्स को चीन के सॉफ्टवेयर इंजीनियरों ने तैयार किया है या फिर चीन से इनका कोई संबंध जरूर है। यह सभी एप्स या तो स्पाईवेयर हैं या फिर मलवेयर हैं। इन एप्स के जरिए डाटा व अन्य जानकारियां चुराई जा रही हैं, जो सेना व देश की एकता व अखंडता के लिए घातक साबित हो सकता है। सैन्य प्रशासन ने अपने निर्देश में ऐसे 42 एप्स की सूची का उल्लेख करते हुए कहा है कि सभी फार्मेशन्स को कहा जाता है कि अगर आपकी कमान में कोई अधिकारी या जवान इनका इस्तेमाल कर रहा है तो वह तुरंत इनका प्रयोग करते हुए इन्हें अपने फोन से अनइंस्टाल करे और अपने फोन को तुरंत फार्मेट करे।

The print
The print

इन एप्स से बरतें सावधानी-
The Print के अनुसार, वुईचैट, शेयरइट, ट्रूकालर, यूसी न्यूज, यूसी ब्राउजर, ब्यूटीप्लस, न्यूजडॉग, वाईवा वीडियो, पैरेलल स्पेस, एपीयूएस ब्राउजर, प्रफेक्ट कार्प, वायरस क्लीनरहाय सिक्योरिटी लैप, सीएम ब्राउजर, एमआइ कम्यूनिटी, डीयू रिकार्डर, वॉल्ट हाईड-एनक्यू मोबाइल सिक्योरिटी, यूृकैम मेकअप, एमआइ स्टोर, कैच क्लीनर डीयू एप्स स्टोर, डीयू बैटरी सेवर, डीयू क्लीनर, डीयू प्राइवेसी, 360 सिक्योरिटी, डीयू ब्राउजर, क्लीन मास्टर-चीता मोबाइल, बेडू ट्रांसलेट, बेड मैप, वंडर कैमरा, इएस फाइल एक्सपलोरर, फोटो वंडर, क्यूक्यू इंटरनेशनल, क्यूक्यू म्यूजिक, क्यूक्यू मेल, क्यूक्यू प्लेयर, क्यूक्यू न्यूजफीड, डब्लयूईसवाईएनसी, क्यूक्यू सिक्योरिटी सेंटर, सेल्फी सिटी, मेल मास्टर, एमआइ वीडियो कॉल-ज्योमी, उला लांचर शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी तरफ से सावधानी बरतने की चेतावनी दे दी है। साथ ही कहा है कि जरा सी लापरवाही देश के लिए बड़ा खतरा बन सकती है।

हम भी आपसे ये ही कहना चाहेंगे कि अगर आपके फोन में भी ऐसे कोई ऐप्स है तो अभी डिलीट करें और किसी भी नए एप को डाउनलोड करने से पहले उसकी सारी जानकारी पढ़ ले। 

ये भी पढ़ें-

रूचि के अनुसार खबरें पढ़ने के लिए यहां किल्क कीजिए

(खबर कैसी लगी बताएं जरूर। आप हमें फेसबुकट्विटर और यूट्यूब पर फॉलो भी करें)