गोवा में दोनों सीटों BJP की बल्ले-बल्ले, बवाना सीट पर AAP की बड़ी जीत

बवाना में पहले राउंड से ही कांग्रेस कैंडिडेट सुरेंद्र कुमार बढ़त बनाए हुए हैं। बीजेपी दूसरे और आप तीसरे नंबर पर है।

0
305

नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश, गोवा और दिल्ली की चार असेंबली सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। गोवा की पणजी सीट पर सीएम मनोहर पर्रिकर को 4803 वोट से जीत मिली है। दिल्ली के बवाना में कांग्रेस और नंदयाल में टीडीपी कैंडिडेट बढ़त बनाए हुए हैं। चारों सीटों पर 23 अगस्त को वोट डाले गए थे। बवाना सीट पर आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला कड़ा है।

2015 के पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 61.83 फीसदी मतदान हुआ था। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में आप के पास 65 सीटें हैं, जबकि भाजपा के पास चार हैं। कांग्रेस बवाना सीट जीतकर सदन में अपना खाता खोलने की आस लगाई हुई है। इस साल पहले हुए राजौरी गार्डन उपचुनाव में भाजपा ने आप से यह सीट हथिया ली थी। तब कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही थी।

ताजा अपडेट:

  • दिल्ली की बवाना सीट से आप उम्मीदवार 17 हजार वोटों से जीता। कांग्रेस दूसरे और बीजेपी तीसरे स्थान पर
  •  

    बवाना उपचुनाव में आप को बढ़त, 40402 के साथ पहले स्थान पर, कांग्रेस 25187 के साथ दूसरे और बीजेपी 22750 के साथ तीसरे स्थान पर।

  • TDP 36880 वोटों के साथ आगे, YSRCP 201483 और कांग्रेस 461 वोटों पर।
  •  

     कांग्रेस ने 20914 वोटों के साथ बना रखी है बढ़त, आप 20785 और बीजेपी 15346 पर।

  • गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं कांग्रेस उम्मीदवार गिरीश चोडानकर को 4,803 मतों से हराकर पणजी विधानसभा उपचुनाव में आज जीत हासिल की।
  • बवाना सीट पर आप आगे चल रही है, वहीं कांग्रेस दूसरे स्थान पर और बीजेपी तीसरे स्थान पर है।
  • बवाना में पहले राउंड से ही कांग्रेस कैंडिडेट सुरेंद्र कुमार बढ़त बनाए हुए हैं। बीजेपी दूसरे और आप तीसरे नंबर पर है।
  • पणजी में पहले राउंड के बाद मनोहर पर्रिकर 2022 वोट से आगे चल रहे हैं। उन्हें 4803 वोट से जीत मिल गई है।
  • नंदयाल सीट पर दूसरे राउंड के बाद टीडीपी कैंडिडेट 2832 वोट से आगे चल रहे हैं।
  • बीजेपी ने आप के टिकट पर 2015 में जीत दर्ज करने वाले वेद प्रकाश को कैंडिडेट बनाया है। उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और मार्च में बीजेपी में शामिल हो गए थे। कांग्रेस ने तीन बार विधायक रहे सुरेंद्र कुमार को टिकट दिया है। आप ने रामचंद्र को चुनाव मैदान में उतारा है।
 क्या है गोवा- आंध्रप्रदेश सीटो का हाल:
  • पणजी सीट पर 70% और वालपेई में 80% वोटिंग हुई। पणजी सीट पर मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के मैदान में हैं। यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के गिरीश चोडांकर और गोवा सुरक्षा मंच (GSM) के आनंद शिरोडकर से है। बीजेपी विधायक सिद्धार्थ कुनकालीनेकर के इस्तीफा देने के बाद ये सीट खाली हुई।
  • नंदयाल सीट पर 72% वोटिंग दर्ज की गई। टीडीपी विधायक भुमा नागिरेड्डी के निधन होने के कारण कुरनूल जिले की नंदयाल सीट पर चुनाव हो रहा है। यहां कुल 2.19 लाख वोटर हैं। सीएम चंद्रबाबू नायडू के लिए ये सीट प्रतिष्ठा का सवाल है। क्योंकि वाईएसआर कांग्रेस ने इस चुनाव को सरकार के 3 साल के कामकाज की परीक्षा बताया है। वाईएसआर ने शिल्पा मोहन रेड्डी को टिकट दिया है। पार्टी प्रेसिडेंट जगनमोहन रेड्डी खुद यहां प्रचार कर चुके हैं।
क्यों हुए चारों सीटो पर उपचुनाव?
बवाना: 
इस सीट से 2015 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज कर विधायक बने वेद प्रकाश ने इस्तीफा देकर मार्च में बीजेपी ज्वाइन कर ली थी।
पणजी:
यहां के बीजेपी विधायक सिद्धार्थ कुनकालीनेकर ने इस्तीफा देकर सीएम मनोहर पर्रिकर के लिए सीट छोड़ी। पर्रिकर को सीएम बनने के बाद 6 महीने असेंबली मेंबर बनना जरूरी था।
वालपेई:
यहां से कांग्रेस के टिकट पर लड़े विश्वजीत राणे ने जीत दर्ज की थी। मई में गोवा असेंबली के फ्लोर टेस्ट के वक्त उन्होंने नाटकीय तरीके से विधायकी और पार्टी से इस्तीफे दे दिया था।
नंदयाल:
कुरनूल जिले की ये सीट टीडीपी विधायक भुमा नागिरेड्डी के निधन के बाद खाली हो गई थी।
बताते चले बवाना में मतों की गणना सुबह 8 बजे के बाद शुरू होगी। गुरमीत राम रहीम को सोमवार को सजा सुनाई जानी है। ऐसे में मतगणना के दौरान सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया जा रहा है। कहीं कोई उपद्रवी खराब माहौल का फायदा उठा कर मतगणना को प्रभावित करने का प्रयास न करे इसे देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर बड़े पैमाने पर सुरक्षा कर्मियों को नियुक्त किया है। वहीं, आवश्यकता पड़ने पर बड़ी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्स भी बुलायी जा सकती है। राजधानी में धारा-144 पहले से ही लागू है।

ये भी पढ़ें: