शांति पूर्वक आंदोलन से कृषि कानूनो को रदद् करवाकर किसानों के मान सम्मान को बचाएंगे

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कोहला टोल नाके पर जाम के दौरान बोले वक्ता
हनुमानगढ़।सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कोहला टोल नाके पर किसानों के साथ कांग्रेसजनों ने जाम लगाया। तीन घण्टे तक चक्का जाम पूर्णत्या सफल रहा।इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की आवाजाही पूर्णतया बन्द रही।सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओ ने कहा कि ये लड़ाई किसानों के हक हकूकव मान सम्मान की लड़ाई है जिसे केंद्र सरकार अपने नाक की लड़ाई मान कर चल रही है।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार तीनो कृषि कानून लागू कर देश के किसान वर्ग को पूंजीपति घरानों के गुलाम बनाना चाहती है जिसे देश का अन्नदाता भली भांति समझ चुका है और अपने हक अधिकारों की रक्षा के लिए सड़कों पर उतर गया है।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अपने मनसूबों में किसी भी सूरत में सफल नही होने दिया जाएगा। देश का किसान शांति पूर्वक आंदोलन करते हुए अपने मान सम्मान की लड़ाई लड़ेगा ओर केंद्र सरकार को ज़बरदस्ती थोपे जा रहे काले कृषि  कानूनों को रद्द करना होगा।उन्होंने कहा कि सरकार ने 26 जनवरी को जिस तरह से किसान आंदोलन को बदनाम करने का प्रपंच रचा उसे देश ही नही पूरी दुनिया ने देखा ओर उसी का नतीजा है कि 26 जनवरी के बाद किसानों का आंदोलन कमजोर होने के बजाय ओर मजबूत हुआ है ।किसानों ने अपने माँन सम्मान को बचाने के लिए जो आर पार की लड़ाई शुरू की है उसे जीतकर ही दम लेंगे।इस दौरान साधा सिंह खोसा,कैप्टन बलवंत सिंह,उपसभापति अनिल खिच्चड,आरएललपी जिला अध्यक्ष विजय सिंह बेनीवाल,युवा मोर्चा अध्यक्ष कृष्ण ज्याणी,आईटी जिला संयोजक केवल काकड़,चेतराम खिच्चड, कालूराम गोदारा,मनदीप सिंह खोसा,सुखचैन सिंह, संदीप कंग,मन्ना पहलवान,वजीर मान,बलवंत ज्याणी, जगदेव सिंह ढिल्लो,गुरमैल सिंह,मलगर सिंह,अमरीक सिंह,ज्ञानी मुंडेवाला,अंकुश सहारण, सुखपाल सिंह, स्वराज,पालसिंह सहित भारी संख्या में आस पास के क्षेत्रों के किसान मौजूद  थे।

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