संवाददाता भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाडा जिले की सहाड़ा-रायपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक कैलाश त्रिवेदी के निधन से रिक्त हुई सीट की जानकारी निर्वाचन आयोग जयपुर व विधानसभा को भिजवा दी है। चुनाव आयोग के नियमानुसार रिक्त पद पर छः महीने में ही उपचुनाव कराये जाने का प्रावधान है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस का गढ रही सहाड़ा-रायपुर विधानसभा सीट में 1977 से वर्ष 2018 तक एक उपचुनाव समेत 10 चुनाव हो चुके हैं। इनमें कांग्रेस ने ही सर्वाधिक बार जीत हासिल की है। ब्राह्मण प्रत्याशी रिकॉर्ड 6 बार विजेता रहे हैं। कांग्रेस के कैलाश त्रिवेदी व रामपाल उपाध्याय तीन-तीन बार विधायक निर्वाचित हुए जबकि भाजपा के डॉ रतनलाल जाट दो बार विजयी रहे। जाट वर्ष 1990 में जद के टिकट से चुनाव जीते थे। वहीं वरिष्ठ नेता रामचंद्र जाट जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे। इसी प्रकार वर्ष 2013 में भाजपा के डॉ बालुराम चौधरी ने चुनाव जीता था। जानकारों का मानना है कि वर्तमान परिदृश्य में पंचायत समिति सदस्य/जिला परिषद सदस्य चुनाव के साथ ही विधानसभा के उप चुनाव होंगे तो सरकार विरोधी लहर का फायदा भाजपा को मिल सकता है। आगामी विधानसभा चुनावों की दौड में इस बार कांग्रेस से श्यामलाल पुरोहित, त्रिवेदी परिवार का सदस्य, प्रकाश जाट, चेतन प्रकाश डिडवानिया हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा से प्रमुख दावेदार पुर्व प्रधान मनोहर सिंह, रूपलाल जाट , डॉ रतनलाल जाट, डॉ बालुराम जाट, पूर्व एडीईओ गोपाल लाल दाधीच, रघुवीर सिंह टिकट की दौड़ में हैं।सहाड़ा-रायपुर विधानसभा क्षेत्र में जनता में इन नेताओं की पृष्ठभूमि पर गहन मंथन प्रारंभ हो गया है।
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