डोनेशन के नाम होता रहा दृष्टिहीन बच्चों का यौन शोषण, पढ़िए पूरा मामला

मैंने देखा वो बच्चों के प्राइवेट पार्ट्स छू रहा। मैं जाकर रोक सकता था लेकिन मेरी बात पर कोई यकीन नहीं करता।

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अग्रेंजी पढ़ाने के बहाने 8-10 बच्चों पार्क में लेकर आया। तभी मैंने देखा वो बच्चों के प्राइवेट पार्ट्स छू रहा। मैं जाकर रोक सकता था लेकिन मेरी बात पर कोई यकीन नहीं करता। क्योंकि वो यहां का चेहेता है, लोग उसे बहुत प्यार करते है। इसलिए मैंने वीडियो बनानी सही समझी। ऐसा कहना है नेशनल असोसिएशन फॉर द ब्लाइंड स्कूल के गार्ड का।

मामला बीते शनिवार का है। दिल्ली के नेशनल असोसिएशन फॉर द ब्लाइंड स्कूल में यौनशोषण करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। ब्लाइंड बच्चों के शोषण में एक ब्रिटिश नागरिक को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है इस मामले में एक बड़े रैकेट के शामिल होने का अनुमान लगाया जा सकता है।

कौन है मरे डेनिस वार्ड

वार्ड ब्रिटिश नागरिक है। नोकिया सिमेंस जैसी नामचीन कपंनियों में काम कर चुका है। कुछ साल पहले वॉर्ड को लकवा मार गया जिसकी वजह से नौकरी से रिटायरमेंट लेना पड़ा। इसके बाद वार्ड भारत आ गए और नेशनल असोसिएशन फॉर द ब्लाइंड के डोनर बन गए। वार्ड यहां बच्चों अग्रेंजी पढ़ाते है। स्कूल के लोगों  के मुताबिक, वार्ड बच्चों का बहुत ख्याल रखते थे। इसके साथ हर फेस्टिवल में बच्चों के लिए गिफ्ट्स लाया करते थे। वार्ड का ये चेहरा हमने कभी सपने भी नहीं सोचा। बता दें वार्ड पर 3 बच्चों के यौन उत्पीड़न करने का आरोप है, सभी बच्चे 8 साल से कम उम्र के हैं।

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वार्ड के तालाशी में मिली कई चौकानें वाली चीजें-

पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेने के बाद उसके सामानों की जांच की, जिसमें उसके पास से कई सारी मोबाइल क्लिप्स बरामद हुई है। कुछ पार्न फिल्में। इसके साथ ही आरोपी के लैपटॉप से भी आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद की गई हैं। छानबीन में ऐसा एप भी हाथ लगा जहां हस्तमैथुन अवस्था में देखा गया। उसके खिलाफ पॉक्सो ऐक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है।

British man arrested for 'sexually abusing blind children in India'

गौरतलब है कि इससे पहले साल 2013 में फ्रेंच टूरिस्ट मैथ्यू को भुवनेश्वर के पास कुछ बच्चों का यौन उत्पीड़न करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। हालांकि वार्ड के मामले में पुलिस अभी तक कुछ भी स्पष्ट्र नहीं कर पाई है कि ये रैकेट भारत में है या विदेश में। इसके अलावा रैकेट है भी या नहीं। फिलहाल मामले की जांच जारी है। उम्मीद करते है इन बच्चों को इंसाफ जरूर मिले।

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