मां शारदे की वंदना का पर्व है बसंत पंचमी

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संवाददाता भीलवाड़ा। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय शंभूपुरा में मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण कर बसंत पंचमी पर्व मनाया गया । विद्यालय प्रांगण में स्थित मां सरस्वती के मंदिर में विद्यालय के भैया बहनों में ने भी पूजा-अर्चना की तथा मां वागेश्वरी से विद्या प्राप्ति का आशीर्वाद लिया । इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक शंकर लाल जाट, अध्यापक परमेश्वर प्रसाद कुमावत, सीताराम चौधरी, शारीरिक शिक्षा पवन कुमार छिपा, वीरेंद्र सिंह स्थिति थे । इस अवसर पर कक्षाशः भैया बहनों को बसंत पंचमी पर्व का महत्व बताते हुए प्रधानाध्यापक शंकर लाल जाट ने कहा है कि ज्ञान के बिना जीवन अधूरा है और ज्ञान प्राप्त करने के लिए ज्ञान की देवी मां भगवती की आराधना करना चाहिए । इस अवसर पर बोलते हुए अध्यापक परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने कहा है कि बसंत पंचमी पर्व का महत्व अनादि काल से चला आ रहा है । यह पर्व मां शारदे के प्रकटीकरण का तो है ही साथ ही ऋतुराज वसंत के नवोन्मेष का पर्व भी है । प्रकृति में बदलाव का पर्व है । प्रत्येक व्यक्ति को विद्या की देवी मां सरस्वती की नित्य प्रतिदिन आराधना करनी चाहिए । कार्यक्रम के अंत में विद्यालय में उपस्थित सभी भैया बहनों को प्रसाद वितरित की गई ।

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