हनुमानगढ़। जंक्शन के सरस्वती कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में तनाव को कैसे दूर करें विषय पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला के मुख्य वक्ता समाजसेवी प्रो. सुमन चावला, शर्मिला जांगू थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. श्यामसुन्दर शर्मा ने की। कार्यशाला को संबोधित करते हुए तनाव के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि तनाव की कोई दवा नहीं होती। जो लोग जीवन में कुछ काम नहीं करना चाहते उन्हीं को तनाव होता है। अपने अंदर सकारात्मक विचार लाने चाहिए और जिसे की हम किसी भी कार्य को किस प्रकार से अच्छी तरह से कर सकते हैं। उसमें हमें जी जान से एकाग्र चित होकर प्रयास करना चाहिए। यदि हमें अपने जीवन को अनुशासित कर ले तो जीवन कोई तनाव नहीं रहेगा।
हमें अपने आधार को मजबूत रखना चाहिए। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के जीवन के शुरुआत की कथा बताई की वे धन अभाव में सड़क के किनारे लगी। रोशनी में पढ़ाई करते थे और एक दिन अपनी इच्छा शक्ति के सहारे अमेरिका के सर्वप्रथम अश्वेत राष्ट्रपति बने। उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत आपको हरा नहीं सकती। लोग गरीब अमीर नहीं होते उनके विचार ही अमीर गरीब होते हैं। जीवन प्रबंध के बारे में रामायण से उद्धरण प्रस्तुत किए।उन्होंने बताया कि बाली को मारने में भगवान श्रीराम को में शुरू के दो मौके में असफल रहे तो हम मनुष्य होकर किसी भी कार्य में कहीं बार असफल होते हैं। तो हमें चिंतित नहीं होना चाहिए। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. श्यामसुन्दर शर्मा ने कहा कि उक्त सेमीनार के आयोजन को मुख्य उद्देश्य बच्चों में आज कल शिक्षा में असफल होने के कारण मानसिक तनाव के लिए हो रही आत्महत्या जैसी कारणों को रोकना था। प्राचार्य ने उक्त सफल कार्यशाला के लिए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
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