हनुमानगढ़। नॉर्मल डिलीवरी के समय पेट में छोड़ी गई पट्टी करीब डेढ़ माह बाद भी न निकालने का आरोप लगाते हुए प्रसूता के परिजनों ने मंगलवार को टाउन के राजकीय जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को लिखित शिकायत की। शिकायत की जांच करवाने के लिए पीएमओ की ओर से जांच कमेटी गठित की गई है। टिब्बी तहसील के गांव डबलीकलां निवासी सुनील कुमार ने बताया कि उसकी पत्नी की नॉर्मल डिलीवरी 24 नवम्बर 2023 को हनुमानगढ़ टाउन के राजकीय जिला अस्पताल में हुई थी। डिलीवरी के बाद चिकित्सक व स्टाफ ने अंदर पट्टी डालकर टांके लगा दिए। इसके बाद पट्टी नहीं निकाली गई।
जबकि वह पट्टी 12 घंटे तक रखनी होती है। उस पट्टी को निकालने की जिम्मेवारी डॉक्टर की होती है। वे दो-तीन बार चिकित्सक से भी मिले लेकिन सुनवाई नहीं हुई। हर बार कोई जांच लिखकर दे दी जाती। डॉक्टर की लापरवाही के कारण वह पट्टी नहीं निकाली गई। इस कारण उसकी पत्नी की हालत दिनोंदिन बिगड़ती गई। उसे सोमवार को अल्ट्रासाउंड करवाकर रिपोर्ट चिकित्सक को दिखाई तो मंगलवार को पट्टी निकाली गई। उल्टा चिकित्सक ने उन्हें ही इसके लिए दोषी ठहराते हुए कहा कि उन्हें पट्टी होने की बात ध्यान में रखनी चाहिए थी। उन्होंने पीएमओ से संबंधित चिकित्सक व स्टाफ के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि जल्द कोई कार्यवाही न हुई तो जिला कलक्टर को शिकायत की जाएगी। उधर, पीएमओ डॉ. मुकेश पोटलिया के अनुसार शिकायत की जांच के लिए जांच कमेटी बनाई गई है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्यवाही की जाएगी।
ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।