दिल्ली: नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को आखिरकार कांग्रेस ज्वाइन कर ली। पहले वह राहुल गांधी से मिलने उनके घर गए। शनिवार को पंजाब कांग्रेस प्रेसिडेंट कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि सिद्धू सौ फीसदी कांग्रेस में आएंगे। वे अमृतसर ईस्ट से इलेक्शन लड़ेंगे, जहां से सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर विधायक रही हैं। डेढ़ महीने पहले सिद्धू की पत्नी भी कांग्रेस का हाथ थाम चुकी हैं। तब कौर से पूछा गया कि सिद्धू कब कांग्रेस ज्वाइन करेंगे, जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘हम दो शरीर एक आत्मा हैं, फिर एक-दूसरे के बिना कब तक रह पाएंगे।’’
आप में जाने की भी रही चर्चा
पहले नवजोत और पत्नी के आप में जाने की भी चर्चा थी, लेकिन कई दौरों की बातचीत के बाद भी दोनों ने आप ज्वाइन नहीं की। आप से बात नहीं बन पाने पर सिद्धू ने कहा था, ‘‘केजरीवाल मुझे एक और शोपीस बनाना चाहते थे। उन्होंने मुझे चुनाव नहीं लड़ने और सिर्फ पार्टी के लिए प्रचार करने के लिए कहा। मेरी पत्नी को मंत्री बनाने का वादा जरूर किया था।”
तब आप संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि सिद्धू ने पंजाब के सीएम बनने की शर्त रखी है।
क्रिकेटर से राजनेता बनें सिद्धू:
- क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू बीजेपी से राज्यसभा सांसद थे, लेकिन पिछले साल 18 जुलाई को इस्तीफा दे दिया। सितंबर में पार्टी भी छोड़ दी थी।
- बीजेपी से अलग होकर सिद्धू ने परगट और बैंस बंधुओं (बलविंदर बैंस और सिमरजीत बैंस) के साथ मिलकर आवाज-ए-पंजाब मोर्चा बनाया था।
- इसके कुछ दिन बाद ही आवाज-ए-पंजाब ने सिद्धू का साथ छोड़कर आम आदमी पार्टी से गठजोड़ कर लिया।