‘अग्रिपथ योजना’ को लेकर देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन, इंटरसिटी एक्सप्रेस में लगाई आग

केंद्र सरकार ने सेना की तीनो शाखाओं वायु सेना ,नौसेना, थल सेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की शुरू की है। इस योजना के तहत सेना में युवाओं को 4 साल की डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी।

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केन्द्र सरकार की तरफ से सेना में भर्ती को लेकर आई योजना ‘अग्रिपथ’ (Agnipath Recruitment Scheme)  का भारत के कई हिस्सों में विरोध हो रहा है। बिहार के जहानाबाद में भी अग्निपथ स्कीम को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। सेना की नई भर्ती स्कीम के विरोध में जहानाबाद में छात्रों ने रोकी ट्रेन और  सड़क पर टायर जला  काको मोड़  के नजदीक प्रदर्शन किया।

सेना की नई भर्ती स्कीम के विरोध में गुरुवार की अहले सुबह बिहार के जहानाबाद में छात्रों ने ट्रेन और वाहनों को रोक जमकर  प्रदर्शन  किया। छात्रों ने जहानाबाद स्टेशन पर ट्रेन को रोक अपने गुस्से का इजहार किया. साथ ही काको मोड़ के समीप टायर जला एनएच-83 और 110 को भी जाम कर दिया। छात्रों ने केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की।

वहीं बक्सर में उग्र छात्रों ने डुमराव रेलवे स्टेशन पर की आगजनी, सुविधा एक्सप्रेस के एसी बोगी के शीशे को तोड़े। नवादा में सेना में 4 साल वाली नौकरी वाले नियम के विरोध में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों में जबरदस्त आक्रोश है। उन लोगों ने गुरुवार को केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी प्रजातंत्र चौक पर किया जमकर हंगामा।

राजस्थान में भी प्रदर्शन-
अग्निपथ स्कीम का राजस्थान में भी विरोध किया जा रहा है। भारी संख्या में युवाओं ने जयपुर के कलवर रोड पर इकट्ठा होकर इसे वापस लेने को लेकर नारेबाजी की। सांसद हनुमान बेनिवाल ने भई केन्द्र से इस स्कीम की वापसी की मांग की है।

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क्या है विरोध की वजह-
दरअसल में केंद्र सरकार ने सेना की तीनो शाखाओं वायु सेना ,नौसेना, थल सेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की शुरू की है। इस योजना के तहत सेना में युवाओं को 4 साल की डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी। इसी योजना के विरोध में सेना भर्ती के अभ्यर्थियों ने केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया है।

प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने बताया की दौड़ और मेडिकल निकल चुका है, अब ऐसे में 4 साल की सेवा कर दी जाती है। इन छात्रों ने बिहार सरकार व केंद्र सरकार से मांग की है 16 साल की सेवा बहाल की जाए। छात्रों का कहना है हमलोग इतनी मेहनत से तैयारी कर रहे है और सरकार किस नीति के तहत हम लोगों को चार साल की नौकरी दे रही है। बाकी के समय हमलोग क्या करेंगे। अपने परिजनों की देखभाल कैसे करेंगे?

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