हनुमानगढ़। जंक्शन स्थित श्री बाबा रामदेव मंदिर प्रांगण में गौसेवार्थ श्रीमद्भागवत कथा एवं नानी बाई का मायरा का भव्य आयोजन 15 अप्रैल से आरंभ हुआ है, जो 21 अप्रैल 2025 तक चलेगा। आयोजन के तीसरे दिन की कथा श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत भावपूर्ण और ज्ञानवर्धक रही।
प्रसिद्ध बालसंत श्री भोलेबाबा जी महाराज द्वारा श्रीमद्भागवत कथा के अंतर्गत महाभारत प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया गया। उन्होंने विशेष रूप से उस घटना को बताया, जब कौरवों ने पाण्डवों को समाप्त करने के लिए षड्यंत्र रचा। बालसंत ने अत्यंत सरल और प्रभावशाली शैली में कथा का वर्णन करते हुए श्रद्धालुओं को धर्म और अधर्म के मध्य अंतर स्पष्ट किया। कथा में बताया गया कि कैसे पाण्डवों ने विपरीत परिस्थितियों में भी धर्म का साथ नहीं छोड़ा और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से संकटों पर विजय प्राप्त की।
कथा के उपरांत बामण अवतार की मनमोहक झांकी भी प्रस्तुत की गई, जिसमें भगवान विष्णु के इस अवतार के महत्व को दर्शाया गया। झांकी में भगवान वामन द्वारा राजा बलि से तीन पग भूमि मांगने और फिर सम्पूर्ण सृष्टि को नापने की कथा को भव्य रूप से मंचित किया गया, जिसे देखकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। इस धार्मिक आयोजन के माध्यम से जहां श्रद्धालु आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत हो रहे हैं, वहीं इसका उद्देश्य गौसेवा के लिए जनसहयोग प्राप्त करना भी है।
आयोजन समिति के सदस्यों ने जानकारी दी कि यह आयोजन प्रतिदिन प्रातः 5 बजे से प्रारंभ होता है। सुबह 5 से 6 बजे तक प्रार्थना एवं नित्य स्तुति की जाती है, जिसके पश्चात 6 से 7 बजे तक प्रभात फेरी निकाली जाती है। दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन होता है, जिसमें बालसंत श्री भोलेबाबा जी महाराज द्वारा श्रोताओं को धर्म, नीति, और जीवन के वास्तविक उद्देश्य की व्याख्या की जाती है। रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक नानी बाई का मायरा का कार्यक्रम भी श्रद्धालुओं को अत्यंत भावुक कर रहा है। इसमें संत श्री विद्यासागर जी महाराज अपनी मधुर वाणी एवं भजनों के माध्यम से श्रोताओं को भक्ति रस में डुबो रहे हैं। इस आयोजन में आसपास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग ले रहे हैं।
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