संवाददाता भीलवाड़ा। गांवों में आज भी दानदाताओं की कमी नहीं है जहां एक ओर एक एक इंच भूमि के लिए भाई भाई आपस में लड़ पड़ते हैं वही आज भी गांव में ऐसे उदाहरण हैं जो धर्म के नाम पर अपनी अमूल्य जमीन को सहर्ष दान कर देते हैं । शाहपुरा तहसील के गणेशपुरा ग्राम में हनुमान कुमावत ने अपने स्वर्गीय पिता भंवरलाल कुमावत की पुण्य स्मृति में अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर एक बीघा जमीन पूज्य संतों को सौंपी । जहां श्री नित्य अभय वेदांत आश्रम की स्थापना की जाएगी । इस वेदांत आश्रम में वैदिक पाठशाला भी प्रारंभ होगी जिसमें गांव के बच्चों को वैदिक संस्कृति से जोड़ा जाएगा । शाहपुरा से 10 किलोमीटर बिजयनगर रोड पर स्थित नेशनल हाईवे 148 डी से 500 मीटर सांखलिया रोड पर हनुमान कुमावत गणेशपुरा ने 1 बीघा जमीन संत आश्रम के लिए दान की । इस अवसर पर भोलागिरी आश्रम काशी से स्वामी चेतन्यानंद गिरि जी, सोनक कुटीर आश्रम हरिद्वार से स्वामी कृष्ण परमानंद सरस्वती जी, स्वामी राजेश्वरानंद सरस्वती जी का पावन सानिध्य प्राप्त हुआ । भूमि पूजन कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी बालू राम कुमावत, सरपंच प्रतिनिधि कालूराम गुर्जर, मंडल महामंत्री रामजस गुर्जर, भूमिदानदाता हनुमान कुमावत, रामलाल गुर्जर, सोजी राम कुमावत, नारायण गुर्जर उपस्थित थे ।
पिता के शब्दों को किया साकार
भूमि दान दाता हनुमान कुमावत ने बताया कि मृत्यु से पूर्व पिताजी की इच्छा थी कि अपने यहां संत निवास हो और भगवान शंकर का मंदिर बने लेकिन पिता की असामयिक मृत्यु से परिवार पर हुए वज्रपात ने सब को झकझोर दिया । मृत्यु के 2 साल बाद मेरी माता जी गीता देवी ने मेरे पिता के शब्दों को याद करते हुए हैं कहा कि आपके पिता की इच्छा थी कि अपनी भूमि पर संत आश्रम बने इसलिए पूज्य पिताजी के शब्दों को साकार रूप देने के लिए मेरी माता जी और मैंने निश्चय किया कि सांखलिया रोड पर स्थित एक बीघा जमीन पर संत निवास बनाया जाएगा और देव योग से हिमालय क्षेत्र से पधारे संतों का पुण्य सानिध्य प्राप्त हुआ और आज अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर स्वर्गीय पिता जी की इच्छा पूर्ण करने का हमारा संकल्प भी पूर्ण हुआ।
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