दिल्ली: कैश के लिए लाइन में खड़े रोते हुए एक बुजुर्ग की तस्वीर फेसबुक पर खूब वायरल हो रही है। दरअसल, हिंदुस्तान टाइम्स में इस बुजुर्ग की तस्वीर प्रकाशित की गई जिसके कैप्शन में लिखा ‘उन्होंने तो कहा था केवल अमीर ही रोएंगे।’ इसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने इस तस्वीर के जरिए पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले पर निशाना साधा
आपको बता दें ये व्यक्ति नंदलाल हैं जो कि भारतीय सेना के पूर्व सैनिक रह चुके हैं। ये गुरुग्राम के सेक्टर 6 के भीम नगर में 10*10 फीट के किराए के एक कमरे में रहते हैं। उनकी एक बेटी है, जिसकी शादी उन्होंने करीब 15 साल पहले कर दी थी। अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि नंदलाल की बेटी ने उनके अपने घर को शादी के बाद बेच दिया था, जिसके बाद वे किराए के कमरे में रहने के लिए मजबूर हो गए।
बेटी अब फरीदाबाद में रहती हैं। उनके पास अभी सामान के रूप में एक छोटा बेड, प्लास्टिक की कुर्सी, एक बालती, पानी की बोतल और गणेश और शिव भगवान की दो तस्वीरें हैं। उनका स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अकाउंट है, जिसमें उनकी पेंशन आती है।
रिपोर्ट के मुताबिक नंदलाल गुरुग्राम की न्यू कॉलोनी स्थित एसबीआई की ब्रांच में अपनी पेंशन निकालने गए थे। लेकिन तीन दिन लाइन में लगने के बाद भी वे कामयाब नहीं हो पाए। इसके बाद उन्हें हाथकर जोड़कर बैंक अधिकारियों से प्रार्थना करनी पड़ी। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू तक निकल आए। उन्होंने एचटी से बात करते हुए कहा, ‘हमें अपना पैसा क्यों नहीं देते, पहले तैयारी क्यों नहीं की गई।’ आखिर में उन्हें लाइन से आगे जाकर पैसे निकालने दिया गया।
रिपोर्ट में उनके हवाले से लिखा गया, ‘मुझे घर का काम करने वाले, सब्जी वाले, दूधवाले को पैसे देने थे। मेरे अकाउंट में दिसंबर के पहले सप्ताह में आठ हजार रुपए आए थे। मैं एक हजार रुपए निकालना चाहता था।’ बता दें, नंदलाल बंटवारे के वक्त पाकिस्तान से आकर गुरुग्राम में बस गए थे। उनकी पत्नी की मौत करीब तीन दशक पहले हो गई थी। अब उनका पूरा दिन कमरे और पास की चाय की दुकान पर ही बीतता है।
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