एक अच्छी किताब हमेशा ज्ञान का प्रामाणिक स्रोत है – डॉ. श्यामसुन्दर शर्मा

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हनुमानगढ़। जंक्शन के सरस्वती कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में चल रहे एनएसएस के विशेष शिविर के समापन पर पुस्तकों का जीवन में महत्व विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता शिक्षाविद महाविद्यालय प्राचार्य डॉ श्याम सुंदर शर्मा थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता ने छात्राओं को जीवन में पुस्तकों का महत्व बताते हुए कहा कि पुस्तकें मानव सभ्यता की शुरुआत से ज्ञान का स्रोत हैं। आधुनिक दुनिया में, इंटरनेट ज्ञान का महासागर बन गया है, लेकिन पुस्तक का महत्व अभी भी है। इंटरनेट पर, आपको भ्रमित करने वाली कई चीजें मिलेंगी और आपको उन्हें जांचना होगा कि कौन सा सही है, कौन सा नहीं है, लेकिन एक अच्छी किताब हमेशा ज्ञान का प्रामाणिक स्रोत है। आरम्भ से हम सुनते हैं “किताबें सबसे अच्छी दोस्त मानी जाती हैं”। वे सभी के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किताबें बहुत आनंद देती हैं, और वे किताबों से बहुत कुछ सीखते हैं। वे उन्हें कल्पना की अनोखी दुनिया में ले जाते हैं और उनके जीवन स्तर में सुधार करते हैं। किताबें लोगों को साहस और आशा के साथ कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करने में मदद करती हैं। वे लोगों के अनुभव को समृद्ध करते हैं और उनकी बुद्धि को तेज करते हैं। इसलिए छात्राएं पुस्तकों को अपनी सबसे निकटतम मित्र बनाएं ताकि उन्हें कभी ज्ञान की कमी ना हो। कार्यक्रम के अंत में एनएसएस प्रभारी सुलोचना बेनीवाल एवं प्रियंका तंवर ने समस्त छात्राओं एवं अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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