फिर हुई मिड डे मील खाने से मौत, जानिए कहां का है मामला

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भीलवाड़ा: जहाजपुर के शिवपुरा स्थित एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील खाने से पांच बच्चों की तबीयत बिगड़ी जिसमें से एक की बीती रात मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग के अधिकारी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और बच्चे का शव पोस्टपार्टम के लिए भेजा साथ की परिवारजनों को स्कूल प्रशासन के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

मिली जानकारी के अनुसार, शिवपुरा के उच्च प्राथमिक विद्यालय में गुरूवार को पोषाहार में चावल बनाया गया। इस चावल को खाने के बाद 5 बच्चों की तबीयत खराब हो गई। मृतक छात्र लोकेश के परिजनों ने बताया स्कूल से लौटने के बाद से ही उल्टी-बुखार की शिकायत होने समीप के गांव आमली कला के अस्पताल में भर्ती करवाया। बीती रात तबीयत ज्यादा बिगड़ने जाने से लोकेश की मौत हो गई। इसकी सूचना गांववालों को मिलती ही विरोध प्रदर्शन पर उतार आए।

मृतक के पिता ने आरोप है कि पोषाहार में पकाया गया चावल खराब था जिसके खाने से उनके बच्चे की मौत हो गई। उन्होंने आगे कहा इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी है। इसके बावजूद मिड डे मील की जांच क्यों नहीं करवाई जाती। दूसरी और एसडीएम करतार सिंह ने मामले की गंभीरता समझते हुए उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें घर भेजने के जगह स्कूल प्रशासन ने अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं करवाया?

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ऐसा पहली बार नहीं है जब मिड डे मील की गुणवता पर सवाल उठा हो। आपको याद दिला दे 10 मई 2017 को बिहार में 85 बच्चे मिड डे मील खाकर बीमार हो गए थे। इन घटनाओं के बावजूद ना जाने क्यों सरकार ने हैरतभरी चुप्पी साध रखी है।

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