संस्कृत भारती के संस्कृत सप्ताह का ऑनलाइन समापन

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संवाददाता भीलवाड़ा। संस्कृत भारती चित्तौड़ प्रांत द्वारा सात दिवसीय संस्कृत सप्ताह का आयोजन किया गया।ऑनलाइन आयोजित समापन समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी कस्टम विभाग, उदयपुर के उपायुक्त अनिरुद्ध वैष्णव ने कहा कि आज संस्कृत का वैभव संपूर्ण विश्व में फैला हुआ है क्योंकि यह संसार की समस्त परिष्कृत भाषाओं में प्राचीनतम है । यह भाषा ’देववाणी’ या ’सुर-भारती’ भी कही जाती है क्योंकि सभी शास्त्र इसी भाषा में निबद्ध हैं और उनका उद्भव ऋषियों एवं देवताओं से माना जाता है । अतः उनसे सम्बद्ध होने के कारण यह देववाणी कहलाती है। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा अन्य भाषाओं की तरह केवल अभिव्यक्ति का साधन मात्र ही नहीं है, अपितु यह मनुष्य के सर्वाधिक संपूर्ण विकास की कुंजी भी है। यह एक ऐसा साधन है, जो हमारे प्राचीन ग्रंथों और धार्मिक-सांस्कृतिक परंपराओं के असंख्य रहस्यों को जानने में मदद करती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्वामी समर्थ श्री त्र्यम्बकेश्वर चैतन्य महाराज ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में संस्कृत भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कृत भाषा मनुष्यों के मन में दिव्यता का संचार करती है, यह भाषा चित्त की प्रकाशिका होने के कारण संस्कृत पढ़ने वालों की प्रकृति और प्रवृत्ति में उत्कृष्टता का आगमन करती है। उन्होंने संस्कृत की वर्तमान प्रासंगिकता के विषय में कहा कि संस्कृत अमृत के समान मधुर भाषा है, इसके पठन-पाठन से मानव शरीर में विशुद्धता का भाव समग्रता के साथ प्रवाहित होता है। ’भारतस्य प्रतिष्ठे द्वेे संस्कृतम् संस्कृतिस्तथा’ की बात पर बल देते हुए उन्होंने बताया कि भारत की प्रतिष्ठा यहाँ की संस्कृत भाषा और संस्कृति में ही निहित है, क्योंकि संस्कृत जैसी पवित्रता अन्य किसी भाषा में नहीं है।संस्कृत भारती भीलवाड़ा विभाग संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने बताया कि संस्कृत सप्ताह के अंतर्गत रक्षासूत्र बंधन, वृक्षारोपण, संस्कृत विद्वत संगोष्ठी, संस्कृत श्लोकपाठ प्रतियोगिता, गीत प्रतियोगिता व कथाकथन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । आगन्तुक अतिथियों का परिचय अंकित शर्मा ने करवाया । इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों के परिणाम की घोषणा हरिओम शर्मा ने की ।इस अवसर पर संस्कृत भारती चितौडप्रांत के संगठन मंत्री देवेंद्र पंड्या, चित्तौड़प्रांत के अध्यक्ष कृष्ण कुमार गौड़, प्रांत शिक्षण प्रमुख मधुसूदन शर्मा, भूपेंद्र सिंह चैहान, भीलवाड़ा विभाग संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत, सुधांशु राव, बालचन्द्र शास्त्री,गरिमा मौर्य, रेखा, बबली चैहान आदि उपस्थित रहे । अजमेर जिला संयोजक देवराज कुमावत ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया । कार्यक्रम का संचालन मधुसूदन शर्मा ने किया।

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