लाइफस्टाइल डेस्क: 30 अप्रैल यानी कल शनिवार को साल 2022 का पहला सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। धर्म वैज्ञानिक और हिंदू पंचांग के अनुसार सूर्यग्रहण शनिवार को रात करीब सवा 12 बजे से शुरू होगा और 1 मई रविवार सुबह 4:07 बजे खत्म होगा। हालांकि यह सूर्यग्रहण भारत में आंशिक ही होगा। चूंकि इस दिन शनैश्चरी अमावस्या भी है।
हिंदू नववर्ष ‘विक्रम संवत 2079’ के राजा ग्रह शनि हैं। ग्रहण लगने के ठीक एक दिन पहले 29 अप्रैल को शनि ग्रह अपनी राशि भी परिवर्तित कर रहें हैं। इस दिन शनि मकर से स्वराशि कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि का ये दुर्लभ संयोग हर मायने में बहुत खास बन रहा है।
शनि के प्रभाव से बचने के उपाय-
पीपल के पेड़ पर शनि देव का वास होता है इसलिए शनिश्चरी अमावस्या के दिन अपने पितरों के नाम से दूध मिश्रित जल पीपल के पेड़ की जड़ पर डाल कर सिंचिंत करें। इससे पितरों की कृपा व आशीर्वाद घर परिवार पर बनी रहेगी। शनिश्चरी अमावस्या के दिन ढाई सौ ग्राम अथवा साढ़े सात सौ ग्राम काले उड़द की दाल जरूरत मंद को दान करें और उसके बाद इतनी ही मात्रा में उड़द की दाल की खिचड़ी बनायें और दान करें तथा इसका प्रसाद स्वयं भी ग्रहण करें।
शनि चालीसा का पाठ करें-
शनिश्चरी अमावस्या पर शनि चालीसा, शनि स्तवराज, शनि अष्टक और शनि स्रोत का पाठ करें। इससे शनि दोष का निवारण होगा।
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