आंखों की हालत हो गई है ऐसी, तो हो सकता है कोरोना वायरस: नई रिसर्च

प्रोफेसर कोर्लोस सोलार्टे ने बताया कि अध्ययन में यह देखा गया कि मुख्य रूप से यह बीमारी सांस लेने में तकलीफ नहीं बल्कि आंखों से जुड़ी हुई थी।

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कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरी दुनिया परेशान है और अभी तक इसका कोई सटीक इलाज नहीं मिला है। हालांकि, भारत में संक्रमित मरीजों को ठीक करने की दर अन्य देशों की तुलना में काफी सही मानी जा रही है लेकिन फिर भी संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामले चिंताजनक हैं।

इसी बीच कनाडा में हुई एक रिसर्च में पता चला है कि कोरोना वायरस के नए लक्षण न केवल सर्दी-जुकाम और सांस लेने की तकलीफ तक सीमित रह गए हैं, बल्कि अब आंखों में होने वाली विशेष परेशानी भी कोरोना वायरस के संक्रमण की तरफ इशारा कर रही है।

कोरोना वायरस का संक्रमण अब श्वसन तंत्र के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों पर भी अपना असर दिखा रहा है। कैनेडियन जनरल ऑप्थलमोलॉजी की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ दिनों पहले एक महिला अपनी आंखों में सूजन और जलन होने के बाद कहकर अपना इलाज कराने पहुंची। अल्बर्टा स्थित रॉयल एलेक्जेंड्रा हॉस्पिटल में 29 वर्षीय यह महिला कंजक्टिवाइटिस और ब्रीदिंग प्रॉब्लम से जूझ रही थी। कुछ समय तक इलाज के बाद इनकी हालत में बहुत थोड़ा ही सुधार हुआ। उसके बाद जब इनका कोरोना वायरस टेस्ट करवाया गया तो वह कोविड-19 से संक्रमित मिलीं।

यूनिवर्सिटी आफ अल्बर्टा (कनाडा) में सहायक प्रोफेसर कोर्लोस सोलार्टे ने बताया कि अध्ययन में यह देखा गया कि मुख्य रूप से यह बीमारी सांस लेने में तकलीफ नहीं बल्कि आंखों से जुड़ी हुई थी। जिसका हर संभव इलाज करने के बाद भी कोई विशेष सुधार नहीं देखा गया। इसलिए इस अध्ययन को ध्यान में रखते हुए लोगों को आंखों से जुड़ी हुई किसी भी प्रकार की समस्या होने पर विशेष सावधानी बरतनी होगी। इस बात को ध्यान में रखकर लोगों को नेत्र रोग विशेषज्ञ (Eye specialist) के पास जाने से पहले इसके लक्षणों को बारीकी से समझना होगा, ताकि कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिले।

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