टेक्नोलॉजी इस्तेमाल से जितनी चीजें आसान हुई है, उतना ही इसके प्रभाव ने हमें बीमारियों की चपेट में भी लाया है। जैसे देर रात तक whatapp Cheating, game, video call खैर इसके अालाव टेक्नोलॉजी ने एक गंभीर बीमारी देने की भी योजना बना ली है। क्या कभी आपने सोचा इयरफोन… जिसको आप कानों में डाले रखते है वो आपको किस बीमारी की ओर लेकर जा रहा है ये आपको भी नहीं पता। अगर आप भी दिन में कई दफा इयरफोन का इस्तेमाल करने के आदी है तो सभंल जाए क्योंकि आपको भी हो सकती है ये चार बीमारी….
कान का संक्रमण:
ईयरफोन से लंबे समय तक गाना सुनने से कान में इंफेक्शन भी हो सकता है। जब भी किसी के साथ ईयरफोन शेयर करें तो उसे सेनिटाइजर से साफ करना न भूलें। बता दें कि आमतौर पर कान 65 डेसिबल की ध्वनि को ही सहन कर सकता है। लेकिन ईयरफोन पर अगर 90 डेसिबल की ध्वनि अगर 40 घंटे से ज्यादा सुनी जाए तो कान की नसें पूरी तरह डेड हो जाती है। डॉक्टरों के अनुसार इनके ज्यादा उपयोग लेने से कानों में अनेक प्रकार की समस्या हो सकती है जिनमें कान में छन-छन की आवाज आना,चक्कर आना, सनसनाहट, नींद न आना, सिर और कान में दर्द आदि मुख्य है।
ये भी पढ़े: इंडियन आर्मी में 12 वीं पास के लिए भर्ती, 7 दिसंबर तक करें अप्लाई…
कान सुन्न होना:
लंबे समय तक ईयरफोन से गाना सुनने से कान सुन्न हो जाता है जिससे धीरे-धीरे सुनने की क्षमता जा सकती है। तेज आवाज में संगीत सुनने से मानसिक समस्याएं तो पैदा करती ही है इससे हृदय रोग और कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है़। उम्र बढ़ने के साथ बीमारियां सामने आने लगती है़ यह बाहरी भाग के कान के परदे को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ अंदरूनी हेयरसेल्स को भी तकलीफ पहुंचाता है़ उम्र बढ़ने के साथ बिमारियां सामने आने लगती है़।
ये भी पढ़े: Video: देखिए जब पेंग्विन को मिला प्यार में धोखा तो उसने कैसे लिया बदला…
कम सुनाई देना:
लगभग हर ईयरफोन में हाई डेसीबल वेव्स होते हैं। इसका इस्तेमाल करने से आप हमेशा के लिए अपनी सुनने की क्षमता खो सकते हैं इसलिए 90 डेसीबल से अधिक आवाज में गाने न सुनें और ईयरफोन से गाने सुनने के दौरान समय-समय पर ब्रेक भी लेते रहें। ईयरफोन्स के लगातार प्रयोग से सुनने की क्षमता 40 से 50 डेसीबेल तक कम हो जाती है। कान का पर्दा वाइब्रेट होने लगता है। दूर की आवाज सुनने में परेशानी होने लगती है। यहां तक कि इससे बहरापन भी हो सकता है।
ये भी पढ़े: Video: ‘रॉक ऑन 2’ का नया गाना ‘उड़जा रे’ रिलीज
दिमाग पर बुरा प्रभाव:
ईयरफोन से लंबे समय तक गाना सुनने से दिमाग पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। ईयरफोन से निकलने वाली विद्युत चुंबकीय तरंगे दिमाग के सेल्स को काफी क्षति पहुंचाती हैं। आज लगभग पचास प्रतिशत युवाओं में कान की समस्या का कारण ईयरफोन्स का अत्यधिक प्रयोग है। ईयरफोन्स के अत्यधिक प्रयोग से कान में दर्द, सिर दर्द या नींद न आने जैसी सामान्य समस्याएं हो सकती हैं।
ये भी पढ़े: इन सेक्टर्स में जॉब करने वाले लोग प्यार में देते हैं सबसे ज्यादा धोखा
कैसे बचें इससे:
ईयरफोन का इस्तेमाल कम से कम करने की आदत डालें। अगर आपको घंटों ईयरफोन लगाकर काम करना है, तो हर एक घंटे पर कम से कम 5 मिनट का ब्रेक लें। अच्छी क्वालिटी के ही हेडफोन्स या ईयरफोन्स का प्रयोग करें और ईयरबड की बजाय हेडफोन का प्रयोग करें क्योंकि यह बाहरी कान में लगे होते हैं। रिसर्च के मुताबिक यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन एक घंटे से अधिक वक्त तक 80 डेसीबेल्स से अधिक तेज वॉल्यूम में संगीत सुनता है, तो उसे कम से कम 5 सालों में सुनने में कठिनाई से संबंधित समस्या का सामना करना पड़ सकता है या फिर वह स्थायी रूप से बहरा हो सकता है।
ये भी पढ़े: Video: इस देश में शादी के बाद दूल्हे के सामने उसके दोस्त उतारते हैं दुल्हन के कपड़े