क्यों आया चर्चा में है पीरियड फेशियल, क्या सच में असरदार है ये? महिलाएं जरुर पढ़ें ये खबर

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लंबे समय तक खूबसूरत और जवान बने रहने के लिए खून के इस्तेमाल के बारे में हमने कई किस्से और फिल्मों में कई सीन भी देखें हैं। माना जाता है कि मशहूर सीरियल किलर Countess Elizabeth Bathory जवान दिखने के लिए बच्चों के ताजे खून से नहाती थी। तो क्या वाकई में खून से स्किन जवां बनी रहती है?

हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि महिलाओं के बीच सोशल मीडिया पर एक अजीबोगरीब ट्रेंड चल रहा है। जहां महिलाएं अपने पीरियड ब्लड का फेशियल कर रही हैं और दावा कर रही हैं कि ऐसा करने से चेहरे की स्किन चमक उठेगी। इस ट्रेंड को ‘मेंसुरेशनल मास्किंग’ का नाम दिया जा रहा है लेकिन एक्सपर्ट्स ने ऐसा ना करने की चेतावनी दी है।

जी हां, पीरियड ब्लड एक नया ट्रेंड बन चुका है जो बहुत तेजी से पॉपुलर हो रहा है। इसमें पीरियड ब्लड को इकट्ठा कर के चेहरे पर लगाया जाता है। तो कई महिलाओं ने दावा किया है कि वह इस ब्लड को अपने पौधों में डालने या फिर पीने के लिए इस्तेमाल करती है।

क्यों आया चर्चा में पीरियड ब्लड-
#MenstrualMask टिकटॉक पर काफी पॉपुलर हो रहा है। यहां महिलाएं पीरियड ब्लड को चेहरे पर लगाकर शेयर कर रही हैं।  डेरया नाम की एक इंफ्लूएंसर भी #MenstrualMask को सपोर्ट करती दिखीं। इस मामले पर ट्रोल होने के बावजूद डेरया ने कहा- पीरियड्स के खून में कुछ भी गंदा नहीं है। पीरियड्स का खून, वास्तविक खून से अलग होता है. बच्चे के जन्म के जन्म के रुप में ये ही ब्लड काम में आता है। इसमें वह सभी जरुरी तत्व होते हैं जो एक बच्चें के लिए जरुरी हैं तो इसे स्किन पर लगाने में कोई परेशानी नहीं है।

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क्या हैं पीरियड ब्लड से जुड़ी भ्रांतियां-
पीरियड ब्लड को लेकर तरह-तरह की गलतफहमियां और भ्रांतियां फैली हुई हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इसमें स्टेम सेल्स होते हैं जो की गलत है क्योंकि सिर्फ एक फर्टिलाइज़्ड एग यानि कि भ्रूण में ही स्टेम सेल्स होते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि पीरियड ब्लड बिल्कुल शुद्ध होता है लेकिन ऐसा भी नहीं है क्योंकि इसमें PRP के अलावा भी बहुत सारी चीज़ें होती हैं जो स्किन के लिए काफी नुकसानदेह हो सकती हैं।

भले ही यूटरस में बैक्टीरिया ना होता हो लेकिन आपके मेन्स्ट्रुअल ब्लड में कई तरह की अन्य चीज़ों होती हैं जैसे एंडोमीट्रियल सेल्स, ब्लड वेसल्स और म्यूकस जो यूटरस में ही बनते हैं। सबसे ज़रूरी बात ये है कि खून अपने आप में इंफ्लेमेट्री होता है जब तक PRP को रेड ब्लड सेल्स और व्हाइट ब्लड सेल्स से अलग ना कर दिया जाए। एक्टिव ब्लड सेल्स आपकी स्किन में रिएक्शन की वजह बन सकते हैं।

क्या है एक्सपर्ट की राय-
इतना ही नहीं सैनिटरी पैड्स से इकट्ठा किए गए पीरियड ब्लड में पसीना और बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो स्किन के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। अगर आप अपना पीरियड ब्लड मेंस्ट्रुअल कप में इकट्ठा करती हैं तो भी इसमें डेड सेल्स और व्हाइट ब्लड सेल्स होंगे जो स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

तो जब तक आप अपने शरीर से सीधे-सीधे खून निकाल कर इससे PRP अलग नहीं कर रही हैं इसका कोई फायदा नहीं और पीरियड ब्लड से तो आपको किसी भ तरह का फायदा नहीं मिलने वाला है, नुकसान ज़रूर हो सकता है। जिस तरह स्किन पर सीधे नींबू रगड़ लेने से आपको विटामिन सी नहीं मिल सकता ठीक वैसे ही स्किन पर पीरियड ब्लड लगाने से आपकी स्किन को कोई फायदा नहीं हो सकता।

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