महिलाओं को डिलीवरी के दौरान महिलाओं को खूब लेबर पेन होता है. लेकिन इस लेबर पेन को कम कर दिया जाए तो महिलाएं पोस्ट डिलीवरी होने वाले डिप्रेशन से बच सकती हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि एक रिसर्च में बात सामने आई है।
रिसर्च के मुताबिक, डिलीवरी के दौरान एपीड्यूरल एनेस्थीसिया के जरिए यदि लेबर पेन को कम कर दिया जाए तो महिलाएं डिप्रेशन से बच सकती हैं। एपीड्यूरल एनेस्थीसिया एक लोकल एनेस्थीसिया है, जो शरीर के किसी खास हिस्से में दर्द को रोक देता है। एपीड्यूरल का मकसद दर्द को रोकना है, जबकि एनेस्थीसिया बेहोशी लाती है।
अमेरिका के पेंसिलवेनिया में पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता ग्रेस लिम का कहना है, लेबर पेन जन्म देने के एक्सपीरिएंस से कहीं ज्यादा मायने रखता है। कुछ महिलाओं में यह मानसिक रूप से हानिकारक हो सकता है और उनमें डिप्रेशन की प्रॉब्लम भी खड़ी कर सकता हैं।
डिलीवरी के बाद होने वाला डिप्रेशन जन्म देने के ठीक बाद डवलप होता है और करीब छह हफ्तों तक रहता है. इस दौर में डिप्रेशन के कारण कई बदलाव आ सकते हैं, जैसे हार्मोन और मेंटल चेंजेंज, मां के रूप में कई बदलाव, भावनाओं में उतार-चढ़ाव इत्यादि।
इस शोध के दौरान शोधकर्ताओं ने 201 महिलाओं की मेडिकल हिस्ट्री पर स्टिडी की। जिन्होंने डिलीवरी के दौरान एपीड्यूरल एनलजेसिया का इस्तेमाल किया और डिलीवरी के दौरान उनके दर्द का आंकलन किया गया। यह शोध हाल ही में शिकागो में हुए एनेस्थिसियोलॉजी 2016 में प्रस्तुत किया गया।