कोरोना की वैक्सीन कोवीशील्ड पर उठ रहे सवालों के बीच लोगों में टेंशन का माहौल बन चुका है। दरअसल, जिस कंपनी के फॉर्मूले पर इस वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट के द्वारा बनाया गया था, उसने हाईकोर्ट में स्वीकारा है कि उसके द्वारा बनाई गई कोविशील्ड वैक्सीन ने लोगों को साइड इफेक्ट पहुंचाए।
अब कोविड के दौरान आपने कौन सी वैक्सीन लगवाई थी, अगर आपको यह याद नहीं है तो इसका एक आसान सा तरीका है, जिसे फॉलो करके आप पता कर सकते हैं कि आपने कौन सी वैक्सीन लगवाई थी।
कैसे पता करें कौनसी वैक्सीन लगी है आपको?
स्टेप 1- सबसे पहले https://www.cowin.gov.in/ पर जाना है।
स्टेप 2- यहां राइट साइड में रजिस्टर एंड साइनअप पर क्लिक करना है।
स्टेप 3- इसके बाद मोबाइल नंबर फिल करना है, जो उस समय इस्तेमाल किया गया था।
स्टेप 4- अब गेट ओटीपी पर क्लिक करें।
स्टेप 5- यहां आपके सामने डिटेल आ जाएगी कि आपने कौन सी वैक्सीन लगवाई थी। यहां से आप वैक्सीन सर्टिफिकेट भी डाउनलोड कर पाएंगे।
क्यों उठे कोविड वैक्सीन पर सवाल?
वैक्सीन के लिए फॉर्मूला देने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका पर आरोप है कि उसकी वैक्सीन के कारण लोगों को मौतें हुई। इस मामले में कंपनी पर ब्रिटेन में मुकदमा चल रहा है। आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैश्विक स्तर पर कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया ब्रांड से कोरोनारोधी वैक्सीन बनाती है। बता दें भारत में कॉविशील्ड सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाया गया था।
कोवैक्सीन है सुरक्षित
कोरोना की वैक्सीन कोवीशील्ड पर उठ रहे सवालों के बीच कोवैक्सिन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने कहा है कि हमारी वैक्सीन सुरक्षित है। इसे बनाते समय हमारी पहली प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा थी और दूसरी प्राथमिकता वैक्सीन की गुणवत्ता थी। भारत बायोटेक ने सोशल मीडिया साइट X पर इसकी जानकारी दी।
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