अमेरिका: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वर्तमान में पाकिस्तान के अंदर 30 से 40 हजार आतंकी सक्रिय हैं। इनमें से कुछ प्रशिक्षित आतंकी कश्मीर और अफगानिस्तान के कुछ क्षेत्रों में एक विशेष लड़ाई लड़ रहे हैं। इमरान ने अपना तीन दिवसीय अमेरिकी दौरा खत्म करने से पहले मंगलवार को ही कैपिटल हिल में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी से मुलाकात की।
इससे पहले उन्होंने विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के साथ बैठक में हिस्सा लिया। दोनों ही मौकों पर इमरान ने पाक-अमेरिका के रिश्तों को बेहतर करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के नेताओं के सामने कभी पाक की ठीक छवि पेश नहीं हुई।
ये भी पढ़ें: सर्जिकल स्ट्राइक पर भड़के इमरान खान, मैं बताऊंगा नवाज को मोदी से कैसे बदला ले
इमरान ने कहा है कि उनकी पूर्ववर्ती सरकारों ने आतंक के मुद्दे पर कभी अमेरिका को सच नहीं बताया। खासकर पिछले 15 सालों में। उन्होंने कहा कि एक समय पाक में 40 अलग-अलग आतंकी संगठन संचालित हो रहे थे। इमरान ने कहा, “हम आतंक के खिलाफ अमेरिका की ही लड़ाई लड़ रहे थे। पाकिस्तान का 9/11 से कोई लेना-देना नहीं है। अलकायदा भी अफगानिस्तान में था। पाक में तालिबान के आतंकी भी नहीं थे। दुर्भाग्यवश जब चीजें गलत हुईं, जब मैंने देश की सरकार पर आरोप लगाए, तब भी पाक सरकार ने अमेरिका को नहीं बताया कि हमारी जमीन पर क्या हो रहा है।”
ये भी पढ़ें: जानिए किन मुद्दों पर डोनाल्ड ट्रंप ने बोले 2 साल में 8158 से ज्यादा झूठ, दिन में 6 बार करते हैं गुमराह
पुलवामा में था जैश का हाथ-
इमरान खान ने इस दौरान भारत के जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले पर बात करते हुए ये माना कि पुलवामा आतंकी हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद ही था, जिसका आका मौलाना मसूद अजहर है। आपको बता दें, इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान खुद की जमीन पर जैश-ए-मोहम्मद की मौजूदगी को नकारता रहा है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भी उसकी सिफारिश पर चीन ने मसूद अजहर के ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने का विरोध किया था।
ताजा अपडेट के लिए लिए आप हमारे फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल को फॉलो कर सकते हैं।