प्रियंका चोपड़ा बोली मेरी कामयाबी से इनसिक्योर हैं कई पुरुष, देखें ये VIDEO

497

प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) एकबार फिर चर्चा में इसबार उन्होंने ऐसा कहा है जिससे भारतीय पुरुषों को थोड़ा नहीं बल्कि ज्यादा बुरा लग सकता है। दरअसल, प्रियंका ने हाल ही में ANI को एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी जिंदगी में ऐसे कई लोग हैं, खासकर पुरुष जो उनकी कामयाबी को लेकर अब भी काफी इनसिक्योर हैं और खुद को छोटा महसूस करते हैं।

प्रियंका ने कहा कि किसी महिला का सक्सेसफुल करियर और अच्छी कमाई को अब भी पुरुष अपनाने के लिए तैयार नहीं हैं। वो महिलाओं की कामयाबी को अपनी कमजोरी समझते हैं और खुद को छोटा महसूस करते हैं। पुरुषों की ये इनसिक्योरिटी महिलाओं का बहुत नुकसान करती है। इस वजह से हमें बराबरी का हक नहीं मिल पाता।

उन्होंने बताया कि उनके पिता ने हमेशा उनकी मां को करियर में सपोर्ट किया और उनकी कामयाबी को लेकर कभी इनसिक्योर नहीं हुए। जब मेरे पापा मिलिट्री में काम कर रहे थे तब मेरी मां ने प्राइवेट प्रैक्टिस शुरू की। मेरी मां की कमाई मेरे पिता से कहीं ज्यादा थी। लेकिन, वो इस चीज को ऐसे देखते थे जैसे ये कोई यूनिट इनकम हो क्योंकि ये पैसा घर पर ही तो आ रहा है। उनके बीच कोई ईगो नहीं था।

पैसे कमाना-घर चलाना सिर्फ पुरुषों का काम है- प्रियंका
प्रियंका ने कहा- जब कोई महिला पैसा कमाने घर से बाहर जाती है तो उन्हें ये बात खटकती है। दरअसल, पुरुषों का मानना है कि पैसे कमाना-घर चलाना सिर्फ उनका काम है, ये उनकी टेरिटरी है। वो मानते हैं कि इस टेरिटरी में महिलाओं की जगह नहीं है।

लड़कों की परवरिश पर ध्यान दें-
बातचीत के दौरान प्रियंका ने इस बात पर भी जोर दिया कि लोगों को अपने बेटों की परवरिश इस तरह करनी चाहिए कि वो महिला-पुरुष में कोई अंतर न करें। उन्होंने कहा- हमें अपने बच्चों को ये समझाना चाहिए कि जब उन्हें किसी बात का बुरा लगे तो रोने में कोई बुराई नहीं है। इसी तरह अपनी मां, बहन और दोस्त को स्पॉटलाइट देने में भी कुछ गलत नहीं है।

निक के परिवार की तारीफ-
प्रियंका ने आगे बताया- आज जब मैं अपने पति निक जोनस के साथ रेड कार्पेट पर जाती हूं और वो मुझे सेंटर स्टेज पोजीशन देते हैं तो मुझे बहुत खुशी होती है। मुझे उन पर गर्व होता है। मुझे इस बात पर भी गर्व है कि मैंने ऐसे लोगों को चुना है जिन्हें मुझे लेकर कोई इनसिक्योरिटी ​​​​​​नहीं है। फिर चाहे वो मेरे पिता हों, मेरी पति हों, दोस्त हों या फिर ससुराल वाले हों।