आईटीसी होटल्स (itc hotels) के शेयरों को हाल ही में बीएसई सेंसेक्स और अन्य बीएसई सूचकांकों से हटाया गया है। इसका मुख्य कारण यह है कि आईटीसी लिमिटेड ने अपने होटल व्यवसाय को अलग करके आईटीसी होटल्स लिमिटेड के रूप में एक नई कंपनी बनाई, जिसकी ट्रेडिंग 29 जनवरी 2025 से शुरू हुई।
शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद, आईटीसी होटल्स के शेयरों को अस्थायी रूप से सेंसेक्स और अन्य सूचकांकों में शामिल किया गया था ताकि पैसिव फंड अपने पोर्टफोलियो को संतुलित कर सकें। हालांकि, निर्धारित समय तक शेयरों में लोअर सर्किट नहीं लगने के कारण, इन्हें 5 फरवरी 2025 से इन सूचकांकों से हटा दिया गया।
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विशेषज्ञों के अनुसार, सूचकांकों से हटाए जाने के बाद, इंडेक्स ट्रैकर्स द्वारा आईटीसी होटल्स के शेयरों में लगभग 400 करोड़ रुपये की बिकवाली की संभावना है। इसके अतिरिक्त, एनएसई निफ्टी 50 से हटाए जाने पर, लगभग 700 करोड़ रुपये की और बिकवाली हो सकती है।
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ITC Hotels शेयरों में गिरावट
आईटीसी होटल्स के शेयरों की लिस्टिंग बीएसई पर 188 रुपये और एनएसई पर 180 रुपये प्रति शेयर के भाव पर हुई थी। हालांकि, लिस्टिंग के बाद से शेयरों में गिरावट देखी गई है, और 4 फरवरी 2025 को बीएसई पर यह 4.16% की गिरावट के साथ 164.65 रुपये पर बंद हुआ।
ITC Hotels को सेंसेक्स से क्यों किया बाहर
आईटीसी होटल्स के शेयरों को सूचकांकों से हटाए जाने का मुख्य कारण यह है कि कंपनी का बाजार पूंजीकरण और तरलता मानकों के अनुसार सूचकांकों में बने रहने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसके परिणामस्वरूप, पैसिव फंड्स को अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करना पड़ रहा है, जिससे शेयरों में बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है।
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