पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव जारी हैं ऐसे में वोट फ्रॉम होम की चर्चा तेज है। वोट फ्रॉम होम, जिसे रिमोट वोटिंग या इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग (Vote from Home) भी कहा जाता है, मतदान प्रक्रिया में एक नवीन तकनीक है जो मतदाताओं को अपने घरों से ही मतदान करने की अनुमति देती है। भारत में, चुनाव आयोग ने 2022 में वोट फ्रॉम होम की सुविधा शुरू किया।
यह तकनीक खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो शारीरिक रूप से मजबूर हैं और मतदान केंद्र पर नहीं जा सकते। जैसे कि बुजुर्ग, विकलांग या दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोग। वोट फ्रॉम होम की पात्रता के लिए खास नियम और शर्तें प्रत्येक राज्य या देश के आधार पर अलग अलग हो सकते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य पात्रता मानदंडों में शामिल हैं।
वोट फ्रॉम होम के लिए मतदाता पंजीकरण के अलावा क्या है जरूरी
- मतदाता को उस क्षेत्र में पंजीकृत मतदाता होना चाहिए जहां वह मतदान करना चाहता है।
- मतदाता को देश के मतदान की न्यूनतम आयु पूरी करनी चाहिए। भारत में, मतदान की न्यूनतम आयु 18 वर्ष है।
- मतदाता देश का नागरिक होना चाहिए जहां वह मतदान करना चाहता है। भारत में, मतदाता भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- मतदाता को मतदान करने के लिए मानसिक रूप से सक्षम होना चाहिए।
- मतदाता के पास मतदान के लिए एक वैध पहचान पत्र होना चाहिए, जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड या पासपोर्ट।
- मतदाता उस क्षेत्र में रहने वाला होना चाहिए जहां, वह मतदान करना चाहता है या कम से कम उस क्षेत्र में मतदाता का स्थायी पता होना चाहिए।
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- अगर मतदाता शारीरिक रूप से मतदान केंद्र पर नहीं जा सकता है, तो वह वोट फ्रॉम होम के लिए पात्र हो सकता है।
- अगर मतदाता दूरदराज के क्षेत्र में रहता है और मतदान केंद्र तक पहुंचना उसके लिए कठिन है, तो वह वोट फ्रॉम होम के लिए पात्र हो सकता है।
वोट फ्रॉम होम की प्रक्रिया आमतौर पर इस प्रकार होती है
- मतदाता को वोट फ्रॉम होम के लिए पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण ऑनलाइन, फोन पर या किसी पंजीकृत केंद्र पर किया जा सकता है।
- मतदाता को अपनी आइडेंटिटी वेरिफिकेशन करनी होगी। यह आमतौर पर वीडियो कॉल या किसी अन्य ऑनलाइन वेरिफिकेशन प्रोसेस के माध्यम से किया जाता है।
- मतदाता को सुरक्षित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मतदान करने की अनुमति दी जाएगी। मतदान प्रक्रिया आमतौर पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के समान होगी।
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- मतदान के बाद, मतदाता को मतदान की कंफॉर्मेशन मिलेगी।
वोट फ्रॉम होम कई लाभ प्रदान करता है, जिसमें शामिल हैं:
- वोट फ्रॉम होम उन लोगों के लिए मतदान करना आसान बनाता है जो शारीरिक रूप से मतदान केंद्र पर नहीं जा सकते हैं, जिससे मतदान भागीदारी बढ़ाने में मदद मिलती है।
- मतदाता अपने घरों से ही मतदान कर सकते हैं, जिससे समय और पैसे की बचत होती है।
- वोट फ्रॉम होम मतदान प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित बनाने में मदद कर सकता है, क्योंकि मतदाताओं की आइडेंटिटी वेरिफिकेशन की जाती है और मतदान की प्रक्रिया इलेक्ट्रॉनिक रूप से की जाती है।
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वोट देने से पहले इन एप से कर सकते हैं वेरिफिकेशन
अपने मतदान क्षेत्र और मतदान केंद्र की जानकारी की जांच के लिए Voter Helpline App और ECI Suvidha App का उपयोग कर सकते हैं। इन ऐप्स का उपयोग करके, मतदाता अपना नाम, पता, मतदाता पहचान पत्र नंबर और अन्य मतदाता जानकारी की भी जांच कर सकते हैं।
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