प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संभल के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने कल्किधाम मंदिर (Kalki Dham Temple) का शिलान्यास किया। संभल में कल्किधाम का निर्माण कांग्रेस से हाल ही निष्कासित हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम करवा रहे हैं। प्रमोद कृष्णम ने पीएम की तारीफ करते हुए कहा कि PM नरेंद्र मोदी गैरों को अपना बनाने का काम कर रहे हैं। कुछ ऐसे अभागे नेता हैं, जो अपनों को भी गैर बनाने का काम कर रहे हैं।
रविवार (18 फरवरी) को मोदी ने अपने X पर कल्किधाम शिलान्यास का जिक्र किया था। उन्होंने लिखा-संभल में श्री कल्किधाम देशभर के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है। यहां दिव्य-भव्य मंदिर के शिलान्यास का सौभाग्य मिलेगा।
ऐसा नहीं है कि जिस कल्कि मंदिर का पीएम शिलान्यास करेंगे वो देश का पहला कल्कि मंदिर है। अभी इस मंदिर का निर्माण चल रहा है। दरअसल, दावा किया जा रहा है कि संभल शहर के कोट पूर्वी मोहल्ले में भगवान कल्कि का हजारों साल पुराना श्री कल्कि विष्णु मंदिर है। इसे देश का प्राचीनतम कल्कि मंदिर माना जाता है। कहते हैं ये मंदिर चारों युगों से यहां स्थित है।
#WATCH | Saints of Hindu shrine Kalki Dham present the proposed form of Kalki Dham temple to Prime Minister Narendra Modi. pic.twitter.com/OiviwNBTp6
— ANI (@ANI) February 19, 2024
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क्या है कल्कि धाम की खासियत?
- कल्कि धाम को दुनिया का सबसे अनोखा मंदिर कहा जाता है।
- कल्कि धाम पहला धाम है जहां भगवान के अवतार से पहले उनका मंदिर स्थापित किया जा रहा है।
- इस मंदिर में एक नहीं बल्कि 10 गर्भगृह होंगे। इस मंदिर में भगवान विष्णु के दस अवतारों के दस अलग-अलग गर्भगृह स्थापित किए जाएंगे।
- इस मंदिर का निर्माण उसी गुलाबी रंग के पत्थर से किया जा रहा है जिसका उपयोग सोमनाथ मंदिर और अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण में किया गया था।
- इस मंदिर के निर्माण में किसी भी स्टील या लोहे के फ्रेम का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
- मंदिर का शिखर 108 फीट ऊंचा होगा।
- मंदिर का चबूतरा 11 फीट ऊंचा बनाया जाएगा।
- यहां अड़सठ तीर्थ स्थापित किये जायेंगे।
- मंदिर का निर्माण लगभग 5 एकड़ भूमि पर किया जाएगा और इसके निर्माण में लगभग 5 साल का समय लग सकता है।
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- यह मंदिर भवन की दृष्टि से तो भव्य होगा ही, धार्मिक दृष्टि से भी दिव्य होगा।
- कल्कि पीठ अपनी पुरानी जगह पर ही रहेगी। कल्कि धाम बनने पर वहां भगवान कल्कि की नई मूर्ति स्थापित की जाएगी जिसकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, जबकि पुराना कल्कि पीठ यथावत बना रहेगा।
- मंदिर के लिए भगवान कल्कि की अद्भुत प्रतिमा बनाई जाएगी।
- शास्त्रों में लिखा है कि जब भगवान कल्कि अवतार लेंगे तो भगवान शिव उन्हें देवदत्त नाम का एक सफेद घोड़ा देंगे। भगवान परशुराम उन्हें तलवार प्रदान करेंगे और भगवान बृहस्पति उन्हें शिक्षा प्रदान करेंगे। मंदिर के लिए भगवान कल्कि की मूर्ति बनाते समय इन सभी बातों का ध्यान रखा जाएगा।
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