क्या है G20 summit, कितना होगा भारत को इससे फायदा, तमाम सवालों के जवाब बस क्लिक पर…

G20 की पहली बैठक साल 1999 में बर्लिन में हुई थी। इसकी स्थापना का श्रेय G7 के सदस्य देशों को दिया जाता है। इनकी ही पहल पर इसका गठन किया गया था। बता दें कि इस समूह का कोई स्थाई कार्यालय नहीं है।

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भारत पहली बार भारत जी-20 समिट (G 20 Summit) का मेजबान देश है। दिल्ली में प्रगति मैदान के स्टेट ऑफ आर्ट कंवेंशन कॉप्लेक्स में 9 और 10 सितंबर को G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन होगा। इस सम्मेलन में जी-20 के कई हेड ऑफ स्टेट के अलावा कई हस्तियां भारत आएंगी। इस वजह से इस इवेंट को बेहद खास माना गया है और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए दिल्ली में 8 से 10 सितंबर तक दिल्ली बंद की घोषणा की गई है।

क्या आपको जी-20 के बारें में कोई जानकारी है यदि नहीं है तो ये खबर आपके लिए जहां हम आपको जी-20 से जुड़ी सभी जानकारियां देंगे।

क्या है जी-20 शिखर सम्मेलन
जी-20 दुनिया के 20 देशों का समूह है। जी-20 शिखर सम्मेलन वैश्विक अर्थव्यवस्था को बढ़ाने का एक मंच है। G20 की स्थापना 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और देशों के केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में की गई थी।

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साल 2007 में दुनिया एक बार फिर से आर्थिक संकट में फंस गया। इसके बाद इस समूह का विस्तार किया गया और इसमें साल 2007 के दौरान देशों के प्रमुखों को भी शामिल किया गया। इसके बाद साल 2009 में इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग हेतु प्रमुख मंच के रूप में नामित किया गया था। G20 की पहली बैठक साल 1999 में बर्लिन में हुई थी। इसकी स्थापना का श्रेय G7 के सदस्य देशों को दिया जाता है। इनकी ही पहल पर इसका गठन किया गया था। बता दें कि इस समूह का कोई स्थाई कार्यालय नहीं है।

जी-20 में कौन-कौन से देश शामिल
जी-20 देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किए, यूनाईटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ यूरोपीय संघ भी शामिल है। ये 20 देशों की दुनियाभर में वैश्विक व्यापार में करीब 75 फीसदी हिस्सेदारी है और दुनिया की कुल जीडीपी में 85 फीसदी हिस्सा है इन देशों का है।

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इसबार जी 20 में क्या होगा खास
जी-20 समूह के शिखर सम्मलेन की अध्यक्षता के दौरान भारत, इंडोनेशिया और ब्राजील ट्रोइका का गठन करेंगे। यह पहली बार होगा जब ट्रोइका में तीन विकासशील देश और उभरती अर्थव्यवस्थाएं शामिल होंगी, जो उन्हें वैश्विक शक्तियों के मध्य बढ़त प्रदान करेंगी। ट्रोइका, G20 के भीतर शीर्ष समूह को संदर्भित करता है जिसमें वर्तमान, पिछले और आगामी अध्यक्ष पद वाले देश (इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील) शामिल हैं।

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