इजरायल-हमास (israel-hamas) का सातवां दिन और जंग अभी जारी है। इस जंग में अब तक कुल 2800 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इस बीच, इजरायल नें उत्तरी गाजा (north gaza) को 24 घंटे में खाली करने का आदेश जारी कर दिया है। इजरायल लगातार गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ रॉकेट दाग रहा है। ऐसे में घबराए हमास ने अंतराष्ट्रीय राहत संगठनों से गाजा पट्टी में चिकित्सा और राहत की आपूर्ति पहुंचाने की अपील की।
वहीं संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल के द्वारा जारी गाजा पट्टी के खाली करने के आदेश पर स्पष्टीकरण मांगा है। सूत्रों के हवाले से CNN ने लिखा है कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार रात इजरायली राजदूत गिलाद एर्दान से मामले में स्पष्टता मांगी है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र की टीम को आधी रात से ठीक पहले नॉर्थ गाजा में 11 लाख लोगों के खाली करने का फरमान सुनाया है। सूत्रों के अनुसार, यूएन महासचिव गुटेरेस ने इस आदेश के बाद इजरायली अधिकारियों को कॉल करके पूछा कि ये आदेश कैसे लागू किया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इससे बड़े पैमाने पर विनाश कारी मानवीय परिणाम सामने आएंगे।
वहीं यूएन ने इजरायल राजदूत गिलाड एर्दान ने संयुक्त राष्ट्र की इस प्रतिक्रिया को बेहद शर्मनाक बताया, और अंतराष्ट्रीय संस्था पर ‘इजरायल को उपदेश को देने’ का आरोप लगाया है। एर्दान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने कई वर्षों से गाजा पट्टी में हमास द्वारा नागरिक बुनियादी ढ़ाचों का उपयोग करने, उनके बीच हाथियार छिपाने और उनकी हत्या करने पर आंखें मूंद रखी हैं और अब, इजरायल के साथ खड़े होने के बजाय, इजरायल को ही उपदेश दे रहा हैं। हमास के अंतकवादियों ने उनके नागरिकों को किस बेरहमी से मारा है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को इजरायली बंधकों को छुड़ाने और हमास की निंदा करने पर ध्यान देना चाहिए। बता दें कि इजरायल गाजा के साथ दक्षिणी सीमा पर 3 लाख से अधिक रिजर्व सेनिक बल इकट्ठा कर चुके हैं। लेकिन अभी तक उन्होंने इस बात की पुष्टि नहीं की है। एक तरफ इजरायल ने हमास के आतंकवादी हमलों के जवाब में लगातार बमबारी जारी रखी है। तो दूसरी तरफ गाजा की बिजली पानी की सप्लाई रोक दी है। जिससे गाजा में मानवीय संकट गहराया हुआ है। लोगों पर भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा मे 1500 से अधिक लोग मारे गए हैं।