संसद में बैन हुए 50 से ज्यादा शब्द और मुहावरे, विपक्ष की शुरू हुई नई शब्दावली पर सियासत

विपक्षी सासंद इसकी आलोचना कर रहे हैं। नए नियमों के मुताबिक गद्दार, घड़ियाली आंसू, जयचंद, शकुनी, भ्रष्ट जैसे कई शब्दों और मुहावरों पर रोक लगा दी गई है।

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नई दिल्ली: 18 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले बहुत सारे शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इन चुनिंदा शब्दों को सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं किया जाएगा। लोकसभा सचिवालय ने असंसदीय शब्द (unparliamentary words) 2021 के नाम से ऐसे शब्दों और वाक्यों की सूची तैयार की है और इसे सारे सांसदों को भेजा गया है। विपक्षी सासंद इसकी आलोचना कर रहे हैं। नए नियमों के मुताबिक गद्दार, घड़ियाली आंसू, जयचंद, शकुनी, भ्रष्ट जैसे कई शब्दों और मुहावरों पर रोक लगा दी गई है।

संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सदस्य अब चर्चा में हिस्सा लेते हुए जुमलाजीवी, बाल बुद्धि सांसद, शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप, चाण्डाल चौकड़ी, गुल खिलाए, पिठ्ठू ‘भ्रष्टाचार’, ‘भ्रष्ट’, ‘जुमलाजीवी’, ‘तनाशाह’, ‘तानाशाही’, ‘काला’ सेक्सुअल हरासमेंट संवेदनहीन, भ्रष्ट, दंगा और ‘खालिस्तानी’ जैसे कई शब्दों के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया है। ऐसे शब्दों के प्रयोग को अमर्यादित आचरण माना जायेगा और वे सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं होंगे।

लोकसभा में कामकाज की प्रक्रिया और आचार के नियम 380 के मुताबिक, ‘अगर अध्यक्ष को लगता है कि चर्चा के दौरान अपमानजनक या असंसदीय या अभद्र या असंवेदनशील शब्दों का इस्तेमाल किया गया है तो वे सदन की कार्यवाही से उन्हें हटाने का आदेश दे सकते हैं।

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इन अंग्रेजी वाक्यों के इस्तेमाल पर रोक-
इसमें अंग्रेजी के कुछ शब्दों और वाक्यों को भी शामिल किया गया है जिनमें ‘आई विल कर्स यू’, बिटेन विद शू’, बिट्रेड, ब्लडशेड, चिटेड, शेडिंग क्रोकोडाइल टियर्स, डंकी, गून्स, माफिया, रबिश, स्नेक चार्मर, टाउट, ट्रेटर, विच डाक्टर आदि शमिल हैं।

इन मुहावरों पर रोक
असंसदीय अभिव्यक्ति के लिस्ट में छत्तीसगढ़ विधानसभा में कार्यवाही से हटाए गए कुछ शब्द या वाक्यों को भी रखा गया है जिनमें बॉब कट हेयर, गरियाना, अंट-शंट, उच्चके, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे आदि शामिल हैं। वहीं इसमें राजस्थान विधानसभा में असंसदीय घोषित कुछ शब्दों को भी रखा गया है जिसमें कांव कांव करना, तलवे चाटना, तड़ीपार, तुर्रम खां और झारखंड विधानसभा में अससंदीय घोषित ‘कई घाट का पानी पीना, ठेंगा दिखाना आदि शामिल हैं।

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नई शब्दावली पर सियासत:
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि मैं इन शब्दों का इस्तेमाल करूंगा, आप मुझे निलंबित कर दीजिए। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘कुछ ही दिनों में संसद का सत्र शुरू होने वाला है। सांसदों पर पाबंदी लगाने वाला आदेश जारी किया गया है। अब हमें संसद में भाषण देते समय इन बुनियादी शब्दों का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। शर्म आनी चाहिए, दुर्व्यवहार किया, धोखा दिया, भ्रष्ट, पाखंड, अक्षम. मैं इन शब्दों का इस्तेमाल करूंगा। मुझे निलंबित कर दीजिए। लोकतंत्र के लिए लड़ाई लडूंगा।’

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘मोदी सरकार की असलियत बताने के लिए विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी शब्दों को अब ‘असंसदीय’ माना जाएगा। अब आगे क्या विषगुरु?’

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