भारतीय शेयर बाजार (Today Stock Market) के दोनों प्रमुख सूचकांक- सेंसेक्स और निफ्टी सोमवार को भारी गिरावट के साथ खुले। सेंसेक्स में आज यानी, सोमवार (4 नवंबर) को करीब 1300 (1.60%) की गिरावट है। ये 78,400 पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में भी 400 अंक (1.80%) से ज्यादा की गिरावट है, ये 23,900 के नीचे कारोबार कर रहा है।
निफ्टी मीडिया और ऑयल एंड गैस इंडेक्स सबसे ज्यादा 3% टूटा है। रियल्टी इंडेक्स में भी करीब 3% की गिरावट है। मेटल इंडेक्स 2.5% नीचे है। ऑटो और सरकारी बैंकों का इंडेक्स 2% नीचे है। फार्मा और आईटी इंडेक्स में करीब 1% की गिरावट है।
इससे शुरुआती 15 मिनट में ही निवेशकों के 5.15 लाख करोड़ डूब गए। 30 शेयरों वाले सेंसेक्स पैक में सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, टाटा मोटर्स, इंफोसिस, टाइटन, मारुति और एनटीपीसी में ज्यादा गिरावट दिखी। वहीं, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और इंडसइंड बैंक हरे निशान में थे।
बीते हफ्ते बाजार 322 अंक चढ़कर बंद हुआ था। सेंसेक्स 25 अक्टूबर को 79402 के स्तर पर था जो 1 नवंबर को 79,724 पर आ गया। हालांकि निफ्टी फ्लैट बंद हुआ। ये 24,399 के स्तर से 24,304 पर आ गया।
इस हफ्ते आ सकती है शेयर बाजार में आ सकती है बड़ी गिरावट
मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक, आने वाले दिनों में बाजार में क्रैश आ सकता है, इसलिए अभी खरीदारी से बचना चाहिए। इसके पीछे बड़े कारण कई हैं लेकिन निवेशकों का फोकस 5 नवंबर को होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव पर होगा। 7 नवंबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मीटिंग भी है। इसमें ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की जा सकती है। पिछली बैठक में, ब्याज दर 0.50% घटाकर 4.75%-5.0% कर दी थी।
पंचदूत को व्हाट्सऐप पर फॉलो करें, यहां लिंक पर क्लिक करें…
वहीं दूसरा कारण, बीते हफ्ते फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FIIs) ने लगभग ₹14,000 करोड़ के शेयर बेच दिए। हालांकि, उसी हफ्ते में, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) ने 10,000 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की।वहीं अक्टूबर महीने में विदेशी निवेशकों ने रिकॉर्ड ₹1.2 लाख करोड़ के शेयरों की बिक्री की। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने लगभग ₹1.07 लाख करोड़ की खरीदारी करके इस बिकवाली के दबाव का मुकाबला किया।
कंपनियों के तिमाही नतीजे करेंगे बाजार की चाल धीमी
इस हफ्ते टाइटन, डॉ. रेड्डीज, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, अपोलो हॉस्पिटल, एमएंडएम, ट्रेंट, एसबीआई, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट और डिविस लैब्स जैसी कंपनियां जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी करेंगी। तिमाही नतीजे कमजोर मांग के माहौल और मार्जिन प्रेशर के कारण प्रभावित हुए हैं। इसने एफएमसीजी, मेटल, ऑटो और रियल्टी को सबसे ज्यादा प्रभावित किया, जबकि आईटी अपेक्षाकृत स्थिर रहा।
ध्यान दें- निवेशकों को किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले एक्सपर्ट से सलाह देते हैं। ये खबर केवल जानकारी के तौर पर लिखी गई है।
ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।